
'जवानों के खून से BJP उठाना चाह रही नाजायज फायदा', कठुआ हमले पर सांसद का विवादित बयान
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श्रीनगर से नेशनल कॉन्फ्रेंस के सांसद सैयद आगा और सीपीआई (एम) के वरिष्ठ नेता मोहम्मद सलीम ने कुठआ आतंकी हमले को लेकर केंद्र सरकार और भाजपा पर सवाल खड़े किए हैं. दोनों इसे जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा सुनिश्चित करने में केंद्र सरकार की विफलता करार दिया है.
जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले के मछेड़ी इलाके में 8 जुलाई की दोपहर को आतंकियों ने घात लगाकर भारतीय सेना के गश्ती दल पर हमला कर दिया. इस हमले में एक जेसीओ समेत पांच जवान शही हो गए, जबकि पांच अन्य गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हैं, जिनका पठानकोट आर्मी हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है. सुरक्षा बलों ने इस पूरे इलाके को घेर लिया है और तीन दिनों से आतंकियों की तलाश में लगातर ऑपरेशन चला रहे हैं. आतंकी संगठन 'कश्मीर टाइगर्स' ने कठुआ हमले की जिम्मेदारी ली है.
इस बीच कठुआ आतंकी हमले को लेकर राजनीतिक बयानबाजियां भी शुरू हो गई हैं. श्रीनगर से नेशनल कॉन्फ्रेंस के सांसद आगा सैयद रुहुल्लाह मेहदी का कहना है कि जवानों के खून से बीजेपी नाजायज फायदा उठाना चाह रही है. उन्होंने एक बयान में कहा, 'यह सरकार हकीकत से दूर भाग रही है. जम्मू-कश्मीर में खून बह रहा है. जवानों का खून बहना बंद होना चाहिए. आतंकवाद के खिलाफ दो तरह से आगे बढ़ना चाहिए. जवान तो लड़ ही रहे हैं, लेकिन स्थायी शांति के लिए लोगों का दिल जीतना होगा. जम्मू-कश्मीर के लोगों से बातचीत करनी होगी. कश्मीर की जनता किसी का खून बहता हुआ नहीं देखना चाहती.'
जवानों के खून से BJP फायदा उठाना चाह रही: आगा सैयद
आगा सैयद ने कहा, 'ये आतंकी हमले पीएम मोदी की नाकामी है. वह कहते हैं कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद खत्म हो गया है, लेकिन हकीकत बिल्कुल अलग है. सुरक्षा में खामी है या कोई और कारण पता नहीं, जिससे ऐसी घटनाएं हो रही हैं. जब भी ऐसी घटनाएं होती हैं तो बीजेपी उसका बस फायदा उठाना चाहती है. जवानों के खून से बीजेपी नाजायज फायदा उठाना चाह रही है. ऐसी घटनाओं का बहाना बनाकर जम्मू-कश्मीर के विधानसभा चुनाव को टाला नहीं जाना चाहिए'.
PAK में हालत खराब है, ये आतंकी कैसे पनप रहे: मो. सलीम
सीपीआई (एम) के वरिष्ठ नेता मोहम्मद सलीम ने कुठआ आतंकी हमले को लेकर केंद्र सरकार और भाजपा पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा, 'पहले कहते थे आतंकी सीमा पार करके पाकिस्तान से आते हैं. लेकिन अभी तो पाकिस्तान में भी हालत खराब है. तो फिर ये आतंकी कैसे पनप रहे हैं? क्या यह पुलवामा की घटना को दोहराया गया है? हमारे जवान मर रहे है, इस पर जवाब कौन देगा. ये लोग कहते हैं कि हमारे यहां घरेलू आतंकी नहीं हैं. तो ये आतंकी आखिर कहां से पनप रहे हैं? देश की सरकार को जवाब देना चाहिए.'

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