
जम्मू में गैंगवार: गटरू गैंग के सरगना सुमित जांडियाल की सरेआम गोली मारकर हत्या, तीन बदमाशों ने दिया वारदात को अंजाम
AajTak
जम्मू के ज्वेल चौक पर दिनदहाड़े गटरू गैंग के सरगना सुमित जांडियाल की तीन युवकों ने गोली मारकर हत्या कर दी. यह घटना गैंगवार का परिणाम बताई जा रही है. पुलिस का कहना है कि हमलावरों की पहचान कर ली है और उनकी तलाश जारी है. जल्द ही सभी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
जम्मू के ज्वेल चौक पर मंगलवार दोपहर सरेआम हुई गैंगवार में गटरू गैंग के सरगना सुमित जांडियाल उर्फ गटरू की गोली मारकर हत्या कर दी गई. बताया जा रहा है कि तीन हमलावरों ने सुमित की एसयूवी को रोककर उस पर चार गोलियां चलाईं.
गंभीर रूप से घायल सुमित को सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया, जहां जांच के बाद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. घटना के बाद हमलावर एक दोपहिया वाहन को बंदूक के दम पर छीनकर मौके से फरार हो गए.
गटरू गैंग के सरगना सुमित जांडियाल की हत्या
सुमित जांडियाल गैंगस्टर था और पिछले साल सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम (PSA) के तहत उसे हिरासत में लिया गया था. इससे पहले साल 2017 में भी उस पर जानलेवा हमला हुआ था, लेकिन वह बच गया था.
इस मामले पर अपर पुलिस महानिदेशक (ADGP) आनंद जैन ने बताया कि यह एक गैंगवार है. सुमित विजयपुर के गटरू गैंग से जुड़ा हुआ था. उस पर प्रतिद्वंद्वी गैंग के सदस्यों ने हमला किया. यह आतंकवादी घटना नहीं, बल्कि गैंग राइवलरी का मामला है.
तीन हथियारबंद बदमाशों ने दिया वारदात को अंजाम

देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली महायुति सरकार ने शुक्रवार को अपने एक साल का सफर तय कर लिया है. संयोग से इस समय महाराष्ट्र में स्थानीय निकायों के चुनाव चल रहे हैं, जिसे लेकर त्रिमूर्ति गठबंधन के तीनों प्रमुखों के बीच सियासी टसल जारी है. ऐसे में सबसे ज्यादा चुनौती एकनाथ शिंदे के साथ उन्हें बीजेपी के साथ-साथ उद्धव ठाकरे से भी अपने नेताओं को बचाए रखने की है.

नो-फ्रिल्स, जीरो कर्ज, एक ही तरह के जहाज के साथ इंडिगो आज भी खड़ी है. लेकिन नए FDTL नियमों और बढ़ते खर्च से उसकी पुरानी ताकत पर सवाल उठ रहे हैं. एयर इंडिया को टाटा ने नया जीवन दिया है, लेकिन अभी लंबी दौड़ बाकी है. स्पाइसजेट लंगड़ाती चल रही है. अकासा नया दांव लगा रही है. इसलिए भारत का आसमान जितना चमकदार दिखता है, एयरलाइन कंपनियों के लिए उतना ही खतरनाक साबित होता है.

राष्ट्रपति पुतिन ने राजघाट पहुंचकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी. इस दौरान उनकी गरिमामय उपस्थिति के साथ राष्ट्रपति भवन में उनका औपचारिक स्वागत किया गया और उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर प्रदान किया गया. यह मुलाकात दो देशों के बीच रिश्तों की मजबूती को दर्शाने वाली थी. पुतिन ने महात्मा गांधी के आदर्शों का सम्मान करते हुए भारत की संस्कृति और इतिहास को सराहा. इस अवसर पर राजघाट की शांतिपूर्ण और पावन वायु ने सभी को प्रेरित किया.










