जंग के बीच इजरायल ने उठाया बड़ा कदम, मिस्र के राष्ट्रपति ने पीएम मोदी के सामने जताई चिंता
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मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र महासभा के अनुसार राजनयिक स्तर पर इस जंग के समाधान खोजना चाहिए. वहीं, संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार प्रमुख वोल्कर तुर्क ने गाजा पट्टी में बड़े पैमाने पर जमीनी अभियानों के विनाशकारी परिणामों की चेतावनी दी है.
इजरायल-हमास जंग के बीच पीएम मोदी ने मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी से फोन पर बातचीत की. दोनों नेताओं ने गाजा पट्टी में इजरायली सैन्य हमलों और इसके नुकसान को लेकर चर्चा की. इसके साथ ही गाजा के लोगों की सुरक्षा को लेकर भी दोनों नेताओं ने बात की.
मिस्र के राष्ट्रपति के प्रवक्ता ने बताया कि प्रेसिडेंट ने संघर्ष विराम की दिशा में क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रयासों के लिए मिस्र की ओर से प्रयास जारी रखने की बात की. साथ ही आह्वान किया कि गाजा पट्टी पर जमीनी हमले के परिणाम बेहद गंभीर होंगे. मिस्र के राष्ट्रपति ने इस बात पर भी चिंता जताई कि इससे मानवीय हालात और ज्यादा बिगड़ जाएंगे. लिहाजा इसके लिए तत्काल जरूरी कदम उठाने होंगे.
बिना रुकावट गाजा में पहुंचे मानवीय सहायता
मिस्र के राष्ट्रपति अब्दुल फतह अल-सिसी ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र महासभा के अनुसार राजनयिक स्तर पर इस जंग के समाधान खोजना चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर इस दिशा में तुरंत कदम उठाया जाता है तो संघर्ष विराम मानवीय जीवन बच जाएगा. राष्ट्रपित फतह ने कहा कि मानवीय सहायता को तुरंत और बिना किसी रुकावट के हिंसा प्रभावित क्षेत्र में पहुंचाया जाना चाहिए. साथ ही दोनों नेताओं ने मिस्र और भारत के बीच द्विपक्षीय संबंधों और बेहतरीन रणनीतिक साझेदारी पर संतुष्टि जताई. दोनों मित्र देशों के बीच आपसी सहयोग को और मजबूत करने की दिशा में अपने दृढ़ संकल्प को दोहराया.
गाजा पट्टी में अबतक 7600 से ज्यादा मौत
इजरायल के हमलों के बीच गाजा पट्टी का दावा है कि गाजा में मरने वालों की संख्या 7,650 हो गई है. हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को जारी एक रिपोर्ट में कहा कि 3 सप्ताह पहले गाजा पट्टी पर इजरायल की बमबारी शुरू होने के बाद से गाजा में मरने वालों की संख्या 7,650 हो गई और 19,450 घायल हो गए हैं.
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