चुनावों से पहले यूपी बीजेपी में पूर्व IAS एके शर्मा को बड़ी जिम्मेदारी, बनाया गया प्रदेश उपाध्यक्ष
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यूपी चुनाव से पहले बीजेपी ने पूर्व IAS एके शर्मा को बड़ी जिम्मेदारी दे दी है. प्रदेश उपाध्यक्ष बना दिया गया है. उनकी नियुक्ति हैरान करने वाली है, लेकिन बीजेपी इसे रणनीति का हिस्सा बता रही है. उनके अलावा अर्चना मिश्रा और अमित वाल्मीकि को भी बड़ी जिम्मेदारी दी गई है. दोनों को प्रदेश मंत्री बना दिया गया है.
यूपी चुनाव से पहले बीजेपी ने पूर्व IAS एके शर्मा को बड़ी जिम्मेदारी दे दी है. उन्हें प्रदेश उपाध्यक्ष बना दिया गया है. एक तय रणनीति के तहत बीजेपी ने उन्हें ये जिम्मेदारी दी है. उनके अलावा अर्चना मिश्रा और अमित वाल्मीकि को भी बड़ी जिम्मेदारी दी गई है. दोनों को प्रदेश मंत्री बना दिया गया है. चुनाव से ठीक पहले एक पूर्व IAS को इतनी बड़ी जिम्मेदारी का मिलना मायने रखता है. ये पहली बार नहीं है जब बीजेपी ने ऐसे फैसले लिए हों. लेकिन अगर एके शर्मा को ये जिम्मेदारी दी गई है, मतलब साफ है कि बीजेपी कुछ सियासी समीकरण साधने के प्रयास में है. वैसे प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव की तरफ से विभिन्न मोर्चों के प्रदेश अध्यक्षों की घोषणा की गई है.केरल में कांग्रेस की अगुवाई वाली यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट ने लोकसभा चुनाव में बाजी मार ली. इस बीच मुस्लिम लीग की चर्चा हो रही है. कांग्रेस के साथ UDF अलायंस में शामिल इस पार्टी ने दो सीटें पाई हैं. नाम के चलते इसे देश के बंटवारे के लिए जिम्मेदार मुस्लिम लीग और जिन्ना से जोड़ा जाता है, लेकिन क्या वाकई ऐसा है?
बैठक में चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार ने इस बात पर जोर दिया कि बिना समय गंवाए जल्द से जल्द सरकार का निर्माण पूरा किया जाए. ईन डी ए की इस बैठक के साथ ही नीतीश और नायडू को लेकर चल रही अटकलें खत्म हो गई. नायडू ने अटकलों पर विराम लगा दिया लेकिन खबर है कि टी डी पी की तरफ से मांगों की फहरिस्त रखी गई है. इसमें शामिल है लोक सभा स्पीकर का पद. टी डी पी को मिले मंत्रिमंडल में टी डी पी से पांच से छह मंत्री होने की सूत्रों के मुताबिक टी डी पी ने सड़क, परिवहन, ग्रामीण विकास, स्वास्थ्य, आवास और शहरी विकास, जल शक्ति और वित्त मंत्रालय में राज्य मंत्री की मांग रखी है.