चंदौली: कन्हैया यादव की बेटी की मौत की गुत्थी उलझी, पुलिस के लिए इन सवालों का जवाब देना हो रहा मुश्किल
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UP News: चंदौली में हिस्ट्रीशीटर कन्हैया यादव की बेटी की मौत के बाद पुलिस के लिए कई सवालों के जवाब देना मुश्किल हो रहा है. निशा की मौत कैसे हुई, उसके शरीर पर चोट के निशान कैसे आए और वो फंदे से कैस लटक गई? ये कुछ ऐसे सवाल है जिसका अब तक उसके परिजनों को कोई जवाब नहीं मिला है.
उत्तर प्रदेश के चंदौली में हिस्ट्रीशीटर कन्हैया यादव के घर पर दबिश देने गई पुलिस की कार्यशैली पर अब सवाल उठ रहे हैं. घर पर दबिश दिए जाने के दौरान कन्हैया यादव की बेटी की मौत हो गई थी, जिसके बाद यूपी पुलिस विपक्ष के निशाने पर आ गई है. अखिलेश यादव ने आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज करने की मांग भी की है.
चंदौली पुलिस की कार्यशैली पर सवाल इसलिए भी उठ रहे हैं, क्योंकि निशा की मौत के बाद उसके पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में ना तो किसी गंभीर चोट की पुष्टि हुई और ना ही इसे आत्महत्या माना जा रहा है. अब ऐसे में ये गुत्थी नहीं सुलझ रही है कि आखिर कन्हैया यादव की बड़ी बेटी की मौत उस दौरान कैसे हुई?
हालांकि कन्हैया यादव और मृतक निशा की छोटी बहन ने सीधे तौर पर घर आए पुलिसकर्मियों को दोषी ठहराया है. निशा के पिता और हिस्ट्रीशीटर कन्हैया यादव ने कहा है कि पुलिस ने पहले उसकी बेटी से मारपीट की और फिर उसे फांसी के फंदे से लटकाकर मौके से भाग गए. यहां चौंकाने वाली बात ये है कि पोस्टम\र्टम रिपोर्ट में फंदे से लटकाए जाने की पुष्टि भी नहीं हुई है.
लोगों के मन में ये बात भी खटक रही है कि अगर निशा ने घर में फांसी लगाई तो उसे फंदे से लटकते हुए किसी बाहरी शख्स ने क्यों नहीं देखा? लोग ये भी पूछ रहे हैं कि अगर पुलिस की मारपीट में युवती घायल थी तो उसे अस्पताल क्यों नहीं ले जाया गया? पुलिस के लिए इन सवालों का जवाब देना मुश्किल हो रहा है.
निशा के शरीर पर चोट के निशान
मृतक निशा के गले पर खरोंच और बाएं जबड़े के नीचे आधा सेंटीमीटर चोट के निशान पाए गए हैं. ऐसे में लोग यह भी जानना चाहते हैं कि आखिर कन्हैया यादव की बेटी को ये चोट कैसे लगी? पोस्टमॉर्टम में शरीर पर कहीं भी ऐसी चोट नहीं पाई गई है जिससे मौत हो जाए. निशा की मौत का कारण अभी इसलिए भी साफ नहीं हो पाया है, क्योंकि उसका विसरा परीक्षण के लिए सुरक्षित रखा गया है.
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