
'घटना के पीछे कौन, क्या मंसूबे... ', संसद में हुई सुरक्षा चूक पर PM मोदी का पहला रिएक्शन
AajTak
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद परिसर में हुई घटना पर कहा कि ये बेहद चिंताजनक है और इसकी गहराई में जाना जरूरी है. जांच एजेंसियां इस घटना की सख्ती से जांच कर रही है. उन्होंने कहा कि ऐसे विषयों पर वाद-विवाद या प्रतिरोध से सभी को बचना चाहिए.
संसद की सुरक्षा में चूक वाली घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहली प्रतिक्रिया दी है. पीएम मोदी ने कहा है कि संसद परिसर में हुई घटना चिंताजनक है और इसकी गहराई में जाना जरूरी है. इसलिए जांच एजेंसियां इस घटना की सख्ती से जांच कर रही है. इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसे विषयों पर वाद-विवाद या प्रतिरोध से सभी को बचना चाहिए.
प्रधानमंत्री मोदी ने एक हिंदी अखबार को दिए इंटरव्यू में कहा, "संसद में जो घटना हुई, उसकी गंभीरता को जरा भी कम नहीं आंकना चाहिए. इसलिए स्पीकर महोदय पूरी गंभीरता के साथ आवश्यक कदम उठा रहे हैं. जांच एजेंसियां सख्ती से जांच कर रही हैं. इसके पीछे कौन-से तत्व हैं और उनके मंसूबे क्या हैं. इसकी गहराई में जाना भी उतना ही जरूरी है. एक मन से समाधान के रास्ते भी खोजने चाहिए. ऐसे विषयों पर वाद-विवाद या प्रतिरोध से सभी को बचना चाहिए."
संसद कांड के बाद बस से राजस्थान के कुचामन पहुंच गया था मास्टरमाइंड ललित झा, होटल में रुका, सबूत मिटाए, फिर दिल्ली आकर किया सरेंडर
संसद पर आतंकी हमले की बरसी के दिन सुरक्षा में चूक को लेकर विपक्षी दल लगातार सरकार पर हमलावर हैं और सदन की कार्यवाही दो दिनों से नहीं चलने दे रहे हैं. उनकी मांग है कि पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह इस मामले को लेकर दोनों सदनों में बयान दें और उसके बाद पार्लियामेंट की सुरक्षा को लेकर चर्चा कराई जाए.
क्या है पूरा मामला?
जब 13 दिसंबर को देश संसद पर हुए आतंकी हमले की बरसी मना रहा था, उसी दिन संसद में दो लोग घुस गए. विजिटर पास से घुसे दोनों युवक विजिटर्स गैलरी से कूदकर सीधे सदन में पहुंच गए. इसके बाद अपने जूतों में छिपाकर लाए स्मॉक गैस का इस्तेमाल भी किया, जिसकी वजह से सदन में धुआं फैल गया. इन दोनों युवकों की पहचान लखनऊ के रहने वाले सागर शर्मा और मैसूर के रहने वाले मनोरंजन डी के रूप में हुई. ये दोनों युवक बीजेपी सांसद प्रताप सिम्हा की सिफारिश पर पास लेकर संसद की कार्यवाही देखने के लिए घुसे थे.

चीनी सरकारी मीडिया ने शुक्रवार को राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के उन बयानों को प्रमुखता दी, जिनमें उन्होंने भारत और चीन को रूस का सबसे करीबी दोस्त बताया है. पुतिन ने कहा कि रूस को दोनों देशों के आपसी रिश्तों में दखल देने का कोई अधिकार नहीं. चीन ने पुतिन की भारत यात्रा पर अब तक आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है, लेकिन वह नतीजों पर नजर रखे हुए है.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सम्मान में राष्ट्रपति भवन में शुक्रवार रात डिनर का आयोजन किया गया. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस डिनर में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को निमंत्रण नहीं दिया गया. इसके बावजूद कांग्रेस के सांसद शशि थरूर को बुलाया गया.

आज रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शिखर वार्ता के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत–रूस मित्रता एक ध्रुव तारे की तरह बनी रही है. यानी दोनों देशों का संबंध एक ऐसा अटल सत्य है, जिसकी स्थिति नहीं बदलती. सवाल ये है कि क्या पुतिन का ये भारत दौरा भारत-रूस संबंधों में मील का पत्थर साबित होने जा रहा है? क्या कच्चे तेल जैसे मसलों पर किसी दबाव में नहीं आने का दो टूक संकेत आज मिल गया? देखें हल्ला बोल.

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मंदिर में जमा पैसा देवता की संपत्ति है और इसे आर्थिक संकट से जूझ रहे सहकारी बैंकों को बचाने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. कोर्ट ने केरल हाई कोर्ट के उस आदेश को बरकरार रखा, जिसमें थिरुनेल्ली मंदिर देवस्वोम की फिक्स्ड डिपॉजिट राशि वापस करने के निर्देश दिए गए थे. कोर्ट ने बैंकों की याचिकाएं खारिज कर दीं.

देश की किफायत विमानन कंपनी इंडिगो का ऑपरेशनल संकट जारी है. इंडिगो को पायलट्स के लिए आए नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों को लागू करने में भारी दिक्कत आ रही है. इस बीच आज इंडिगो की 1000 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हो गई है, जिस पर कंपनी के सीईओ का पहला बयान सामने आया है. इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने इंडिगो ऑपरेशनल संकट पर पहली बार बयान देते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों से विमानन कंपनी के कामकाज में दिक्कतें आ रही हैं. कंपनी का कामकाज पांच दिसंबर को सबसे अधिक प्रभावित हुआ है. आज 100 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हुई हैं.

संसद के शीतकालीन सत्र में 8 और 9 दिसंबर 2025 को राष्ट्रगीत वंदे मातरम् पर दोनों सदनों में विशेष चर्चा होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री इस चर्चा को संबोधित करेंगे. चर्चा का उद्देश्य वंदे मातरम् के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान, ऐतिहासिक महत्व और वर्तमान प्रासंगिकता को उजागर करना है.







