
'गद्दी छोड़ो वरना...', पुतिन-जिनपिंग ने किया वेनेजुएला को सपोर्ट, भड़के ट्रंप ने मादुरो को दे दी धमकी
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अमेरिका ने कैरिबियन सागर में वेनेजुएला के खिलाफ सैन्य नाकेबंदी कर दी है, जिससे वेनेजुएला के तेल व्यापार को भारी नुकसान हुआ है. इस बीच रूस और चीन ने वेनेजुएला का समर्थन किया है और अमेरिका की कार्रवाई को अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन बताया है.
अमेरिका ने कैरिबियन सागर में वेनेजुएला के खिलाफ सैन्य नाकेबंदी कर दी है. अमेरिका ने वेनेजुएला के तेल को निशाना बनाया है जिससे उसके तेल व्यापार को भारी नुकसान पहुंचा है. इस बीच वेनेजुएला की मदद को रूस और चीन सामने आए हैं. पहले चीन ने कहा था कि वेनेजुएला के खिलाफ अमेरिका की मनमानी कार्रवाई अंतरराष्ट्रीय कानून का गंभीर उल्लंघन है और अब रूस ने वेनेजुएला के प्रति अपना समर्थन जताया है.
रूस और चीन के इस समर्थन से झल्लाए ट्रंप ने वेनेजुएला सरकार को एक बार फिर टार्गेट किया है. उन्होंने वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो को धमकी देते हुए कहा है कि अगर वो सत्ता नहीं छोड़ते तो वो जब्त किया गया वेनेजुएला का सारा तेल बेच देंगे.
उन्होंने कहा कि मादुरो के लिए समझदारी यही होगी कि वो सत्ता से हट जाएं वरना वो सारा तेल बेच देंगे जो अमेरिका ने वेनेजुएला के तट से हाल ही में जब्त किया है.
रूसी विदेश मंत्रालय ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि रूस वेनेजुएला के साथ एकजुटता से खड़ा है. सितंबर से अमेरिका ने इस क्षेत्र में कई नौसैनिक जहाज तैनात किए हैं. अमेरिका का दावा है कि उसके जहाज वेनेजुएला सरकार के समर्थन से ड्रग्स की तस्करी में शामिल जहाजों पर कार्रवाई कर रहे हैं और देश में आने-जाने वाले तेल टैंकरों को रोक रहे हैं.
हालांकि वेनेजुएला ने इन आरोपों को लगातार खारिज किया है. उसका कहना है कि अमेरिका तेल और अन्य प्राकृतिक संसाधनों तक पहुंच के लिए वेनेजुएला में सत्ता परिवर्तन की साजिश कर रहा है.
वेनेजुएला के साथ इस वक्त दुनिया के दो ताकतवर देश खड़े नजर आ रहे हैं. सोमवार को रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने अपने वेनेजुएलाई समकक्ष इवान गिल से फोन पर बातचीत की.

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