
क्या BJP झारखंड में कर सकती है खेल? इसलिए चट इस्तीफा, पट ताजपोशी चाहती है JMM
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झारखंड में सियासी हलचल के बीच जेएमएम चाहती है कि चंपई सोरेन के नेतृत्व में जल्द नई सरकार का गठन हो जाए. वहीं, बीजेपी भी एक्टिव हो गई है और पार्टी के झारखंड प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेयी रांची पहुंच चुके हैं. क्या झारखंड में बीजेपी खेल कर सकती है और अगर हां, तो कैसे? समझिए.
जमीन घोटाला केस में हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद सत्ताधारी गठबंधन के विधायकों ने चंपई सोरेन को विधायक दल का नया नेता चुन लिया है. झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने गिरफ्तारी से पहले राजभवन पहुंचकर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. इधर हेमंत ने इस्तीफा दिया और उधर विधायक दल के नए नेता चंपई सोरेन ने राजभवन पहुंचकर राज्यपाल से मुलाकात की, सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया. चंपई के साथ 43 विधायक भी राजभवन पहुंचे थे.
जेएमएम नेता सुबोध कांत ने चंपई सोरेन को जल्द शपथ दिलाने की मांग करते हुए कहा कि नई सरकार के गठन का मार्ग प्रशस्त नहीं हुआ तो हम 24 घंटे राज्यपाल के दरवाजे पर बैठे रहेंगे. विधायक आलमगीर ने 47 विधायकों के समर्थन का दावा करते हुए कहा कि हमने 43 विधायकों का समर्थन पत्र राज्यपाल को सौंपा है. उन्होंने हमें जल्द समय देने की बात कही है. जेएमएम के कार्यकर्ता कई जगह सड़कों पर उतर आए. चर्चा इसे लेकर शुरू हो गई है कि हेमंत के चट इस्तीफे के बाद चंपई की पट ताजपोशी को लेकर जेएमएम इतनी बेचैन क्यों है? सवाल यह भी उठ रहे हैं कि क्या बीजेपी झारखंड में भी खेल कर सकती है?
JMM में बेचैनी क्यों
चंपई की ताजपोशी से पहले जेएमएम में बेचैनी है तो उसके पीछे तीन मुख्य कारण हैं- भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सक्रियता, पांच विधायकों का विधायक दल की बैठक से दूरी बना लेना और झारखंड विधानसभा का नंबर गेम. झारखंड में सियासी हलचल के बीच बीजेपी के प्रदेश प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेयी रांची पहुंच चुके हैं. झारखंड बीजेपी के प्रभारी जहां पार्टी नेताओं के साथ बैठक पर बैठक कर रहे हैं. वहीं, झारखंड बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने दावा किया है कि विधायक भ्रमित हैं और चंपई सोरेन का समर्थन करने के लिए तैयार नहीं हैं.
उन्होंने कई नेताओं के साथ बातचीत का दावा भी किया. बीजेपी की सक्रियता और दीपक प्रकाश के दावे ने जेएमएम की टेंशन बढ़ा दी है. इस टेंशन के पीछे एक वजह हेमंत सोरेन के रांची लौटने के बाद विधायक दल की बैठक से इंडिया गठबंधन के कुछ विधायकों की दूरी है ही, पार्टी और बीजेपी के बीच विधायकों की संख्या के लिहाज से मामूली अंतर भी है. बीजेपी की सक्रियता और जेएमएम की बेचैनी के पीछे क्या है? इसे समझने के लिए झारखंड विधानसभा के नंबर गेम की चर्चा जरूरी है.
झारखंड विधानसभा का नंबर गेम

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