क्या है ND PS, कौन कर सकता है कार्रवाई, दोषी को मिलती है कितनी सजा? जानिए सबकुछ
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एनडीपीएस एक्ट में ड्रग्स की मात्रा भी तय है. इसे तीन हिस्सों में बांटा गया है. स्मॉल क्वांटिटी, मीडिया क्वांटिटी और कमर्शियल क्वांटिटी. इसी क्वांटिटी के हिसाब से धारा और सज़ाएं तय होती हैं.
सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद से आर्यन की गिरफ्तारी तक पिछले करीब सवा साल से दो नाम हरेक की ज़ुबान पर है. एनसीबी (NCB) और एनडीपीएस (NDPS). एनडीपीएस की तमाम धाराओं को लेकर भी पिछले सवा सालों में तमाम तरह की बातें हुईं. कौन कौन सी ड्रग्स, कैसी-कैसी ड्रग्स, ड्रग्स की कितनी मात्रा, ड्रग्स की ख़रीद फ़रोख्त, ड्रग्स की स्मॉल मीडिया और कॉमर्शियल क्वांटिटी, किस और कितनी ड्रग्स में कितनी सज़ा. एनडीसीपीएस की कौन सी धारा ज़मानती कौन सी ग़ैर जमानती और सबसे अहम व्हाट्स एप चैट की ड्रग्स केस में कितनी अहमियत. ये वो सवाल हैं, जिनके जवाब हर कोई जानना चाहता है. तो आज आपके सामने पेश है एनडीपीएस एक्ट की वो सारी कहानी, जिसका सच आप जानना चाहते हैं. तो शुरुआत ख़ुद एनडीपीएस से, आख़िर एनडीपीएस है क्या?
Halla Bol: राहुल गांधी और अखिलेश मिलकर फुला देंगे BJP का यूपी में दम? अंजना के साथ देखें हल्ला बोल
पहले चरण की वोटिंग के लिए चुनाव प्रचार थम गया है. 19 अप्रैल को यानी शुक्रवार को 21 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की 102 सीटों पर वोट डाले जाएंगे. यूपी की आठ सीटों पर भी मतदान होगा. राहुल गांधी और अखिलेश मिलकर फुला देंगे BJP का यूपी में दम? अंजना के साथ देखें हल्ला बोल.
लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर राजनीतिक पार्टियां कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती. इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी असम पहुंचे हैं. इस दौरान पीएम मोदी ने असम में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि 4 जून को चुनाव के क्या नतीजे होंगे, ये सबको मालूम है. इसलिए लोग कहते हैं कि 4 जून 400 पार. देखें वीडियो.
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाया है. उनका कहना है कि बीजेपी चुनाव जीतने के लिए बंगाल में दंगा करवा सकती है. ममता बनर्जी ने कहा कि बीजेपी वोट का फायदा उठाने के लिए दंगे का सहारा लेना चाहती है. उन्होंने बीजेपी को पर चुनावी बॉन्डस के दवाराधंधा कर वोट लूटने के आरोप लगाए. देखें रणभूमि.
रामनवमी पर श्रीरामलला के माथे पर सूर्यतिलक ने पूरे देश को हैरान कर दिया. वैज्ञानिकों ने इसके लिए श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में खास तरह का पेरिस्कोप लगाया था. इसके लिए बेंगलुरु के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एस्ट्रोफिजिक्स के वैज्ञानिकों की एक टीम ने खास व्यवस्था की थी. आइए जानते हैं इस साइंटिफिक अचीवमेंट की इनसाइड स्टोरी...