
क्या एसवाईएल नहर विवाद खत्म हो पाएगा? हरियाणा-पंजाब के सीएम की बैठक कल
AajTak
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और पंजाब के उनके समकक्ष भगवंत मान 14 अक्टूबर को सतलुज-यमुना लिंक (एसवाईएल) नहर मुद्दे पर चर्चा के लिए बैठक करेंगे. सुप्रीम कोर्ट ने हाल में दोनों मुख्यमंत्रियों से कहा था कि वे आपस में चर्चा कर मामले का सौहार्दपूर्ण समाधान खोजने की कोशिश करें. मान ने कहा कि उनकी सरकार बैठक में राज्य की बात को मजबूती से सामने रखेगी. खट्टर ने पिछले महीने कहा था कि एसवाईएल का पानी हरियाणा के लिए महत्वपूर्ण है.
सतलुज-यमुना लिंक (एसवाईएल) नहर के मुद्दे पर शुक्रवार को हरियाणा और पंजाब के सीएम की एक अहम बैठक होनी है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद यह पहली बैठक होने जा रही है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों को मीटिंग होने के बाद इसका निष्कर्ष 15 अक्टूबर तक जवाब में दाखिल करना है. इस मीटिंग में केंद्र सरकार का कोई भी प्रतिनिधि शामिल नहीं होगा. एसवाईएल के पानी को लेकर पंजाब पानी देने को तैयार नहीं है. हरियाणा पानी से कम कुछ स्वीकार ने को तैयार नहीं है.
तो क्या मामले का समाधान नहीं चाहता पंजाब?
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बयान दिया है कि इस मीटिंग के नतीजों पर जाना थोड़ी जल्दबाजी होगी. भगवंत मान के ऊपर अपनी पार्टी और विपक्ष का दबाव है कि किसी भी कीमत पर पंजाब से पानी की एक बूंद हरियाणा को न दी जाए. वहीं आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल जहां हरियाणा से आते हैं, तो वहीं हाल ही में हरियाणा की आदमपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव हैं. 2024 में होने वाले विधानसभा चुनावों में भी AAP को फैसले का खामियाजा भुगतना पड़ सकता है. लिहाजा केजरीवाल चाहते हैं कि इस मसले को किसी भी तरीके से ठंडे बस्ते में डाल दिया जाएगा. भगवंत मान का बयान भी इसी तरह का संकेत दे रहा है.
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल पहले ही साफ कर चुके हैं कि एसवाईएल का पानी हरियाणावियों का हक है और उन्हें यह जरूर मिलेगा. इस मामले में एक समय सीमा भी तय होनी चाहिए.
हरियाणा को पानी देना पंजाब के साथ धोखा होगा
अकाली दल के नेता सुखबीर बादल साफ कह चुके हैं कि हरियाणा का पानी पर कोई हक नहीं है. अगर किसी भी सूरत में हरियाणा को पानी दिया जाता है तो आम आदमी पार्टी के नेताओं का पंजाब के साथ बड़ा धोखा होगा, जिसका खामियाजा उनके नेताओं को भुगतना पड़ेगा. सुखबीर बादल तो यहां तक कह चुके हैं कि यह बड़ी चिंता और निंदा का मामला है कि अब तक पंजाब के मुख्यमंत्री ने हरियाणा के साथ चर्चा करने से पहले पंजाब सरकार का रुख साफ ही नहीं किया है. नदी के पानी पर पंजाब का विशेष अधिकार है, लिहाजा पानी हरियाणा को नहीं दिया जाना चाहिए.

बंगाल में बाबरी-स्टाइल मस्जिद की नींव रखने का कार्यक्रम आज... RAF-BSF तैनात, 3 लाख लोग जुटने का दावा
टीएमसी से निलंबित विधायक हुमायूं कबीर ने दावा किया है कि शनिवार को मोरादीघी के पास 25 बीघा क्षेत्र में करीब 3 लाख लोगों की भीड़ जुटेगी. पुलिस, RAF और BSF की तैनाती के बीच प्रशासन ने इलाके को हाई सिक्योरिटी जोन घोषित कर दिया है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति को रूसी भाषा में भगवद गीता का एक विशेष संस्करण भेंट किया है. इससे पहले, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति को भी गीता का संस्करण दिया जा चुका है. यह भेंट भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को साझा करने का प्रतीक है, जो विश्व के नेताओं के बीच मित्रता और सम्मान को दर्शाता है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को कई अनोखे और खास तोहफे भेंट किए हैं. इनमें असम की प्रसिद्ध ब्लैक टी, सुंदर सिल्वर का टी सेट, सिल्वर होर्स, मार्बल से बना चेस सेट, कश्मीरी केसर और श्रीमद्भगवदगीता की रूसी भाषा में एक प्रति शामिल है. इन विशेष तोहफों के जरिए भारत और रूस के बीच गहरे संबंधों को दर्शाया गया है.

चीनी सरकारी मीडिया ने शुक्रवार को राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के उन बयानों को प्रमुखता दी, जिनमें उन्होंने भारत और चीन को रूस का सबसे करीबी दोस्त बताया है. पुतिन ने कहा कि रूस को दोनों देशों के आपसी रिश्तों में दखल देने का कोई अधिकार नहीं. चीन ने पुतिन की भारत यात्रा पर अब तक आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है, लेकिन वह नतीजों पर नजर रखे हुए है.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सम्मान में राष्ट्रपति भवन में शुक्रवार रात डिनर का आयोजन किया गया. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस डिनर में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को निमंत्रण नहीं दिया गया. इसके बावजूद कांग्रेस के सांसद शशि थरूर को बुलाया गया.








