
'क्या आपकी मर्जी से तेल खरीदें? कोई और भारत को हुक्म नहीं दे सकता...', अमेरिका को पूर्व आर्मी चीफ नरवणे की फटकार
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रूस से तेल खरीद पर अमेरिकी की धमकियों का जवाब देते हुए पूर्व आर्मी चीफ जनरल नरवणे ने कहा कि हम वही करेंगे जो हम करना चाहते हैं और मुझे लगता है कि हम उस स्थिति में पहुंच गए हैं जहां हमें किसी और की बात सुनने की जरूरत नहीं है.
'भारत को क्या करना चाहिए, यह कोई क्यों तय करे और भारत को अपने हितों की चिंता क्यों नहीं करनी चाहिए.' पूर्व आर्मी चीफ जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने रूस से तेल खरीद को लेकर अमेरिका को जमकर फटकार लगाई है. उन्होंने आगे कहा कि भारत ने हमेशा रणनीतिक स्वायत्तता की नीति का पालन किया है और आगे भी ऐसा ही करता रहेगा.
'अपने लोगों के हितों का ध्यान रखना जरूरी'
जनरल सर पैट्रिक सैंडर्स और टॉम न्यूटन डन के साथ 'द जनरल एंड द जर्नलिस्ट' पॉडकास्ट में बोलते हुए, जनरल नरवणे ने इस बात पर कि भारत, अमेरिका की मांगों को क्यों नहीं मानेगा, कहा, 'यूरोप भी गैस खरीद रहा है, अमेरिका रूस से अन्य सामान खरीद रहा है. आप भारत को ही क्यों निशाना बना रहे हैं?'
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उन्होंने सवालों का खुलकर जवाब देते हुए कहा, 'हम जिससे चाहें, खरीदेंगे. कोई और कौन होता है जो हमें हुक्म दे? हमें अपने लोगों के हितों का ध्यान रखना है. क्या हमें कहीं और से ऊंची कीमत पर खरीदकर अपने ही देश में महंगाई को बढ़ावा देना चाहिए? नहीं, यह हमारी जनता के हित में नहीं है. हम वही करेंगे जो हमारे हित में सबसे अच्छा होगा और यही मूल बात है. हर देश यही करता है. किसी और पर उंगली क्यों उठाएं?'
'आपके फायदे के लिए करें तेल खरीद?'

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