कोविड और फ्लू: इन सर्दियों में दोनों कितना बड़ा खतरा बन सकते हैं?
Zee News
सर्दिर्यों में कोरोना वायरस और फ्लू का डबल अटैक हो सकता है. ब्रिटेन के वैज्ञानिकों ने अपनी कन्वरसेशन में इसे लेकर चिंता जताई है. उनका कहना है कि इस बार कोरोना संक्रमितों में लक्षण दिखने के चांस भी बहुत कम हैं.
नॉर्विच: ब्रिटेन (Britain) को छोड़कर ज्यादातर पश्चिमी देशों में कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमण या तो कम है या घट रहा है. लेकिन वैश्विक महामारी का खतरा पूरी तरह से दूर होने से पहले अभी लंबा रास्ता तय करना बाकी है. सर्दियों के इस मौसम में चिंता का सबसे बड़ा विषय है कोविड का प्रकोप दोबारा शुरू होना, और उसके साथ-साथ रेस्पिरेटरी सिस्टम के अन्य रोगों खासकर इन्फ्लूएंजा (Influenzae) का और मजबूती से हमला करना.
पॉल हंटर, प्रोफेसर ऑफ मेडिसिन, यूनिवर्सिटी ऑफ ईस्ट एंग्लिया की कन्वरसेशन में सामने आया है कि कोविड और इन्फ्लूएंजा के लिए इम्यून सिस्टम रिस्पांस कमोबेश (More or Less) समान होती है. हाल में हुआ संक्रमण या टीकाकरण आगे किसी संक्रमण के खिलाफ अच्छा बचाव करते हैं, लेकिन यह बचाव धीरे-धीरे कमजोर पड़ने लगता है. हालांकि इनके बाद दोबारा होने वाला संक्रमण या तो लक्षण रहित होता है, या फिर बहुत ही मामूली होता है. लेकिन इम्युनिटी डेवलप होने और फिर से संक्रमण होने के बीच का अंतराल यदि लंबा हो तो दोबारा होने वाले संक्रमण के ज्यादा गंभीर होने की आशंका रहती है.
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