कोलकाता: अमर्त्य सेन का बंग विभूषण पुरस्कार लेने से इनकार, आज दिया जाएगा बंगाल का सर्वोच्च नागरिक सम्मान
AajTak
पश्चिम बंगाल सरकार ने कई हस्तियों को बंग विभूषण पुरस्कार से सम्मानित करने का फैसला लिया है. आज शाम चार बजे महानगर कोलकाता के नजरुल मंच पर आयोजित कार्यक्रम में यह पुरस्कार दिया जाएगा.
नोबेल पुस्कार विजेता अमर्त्य सेन ने पश्चिम बंगाल सरकार के सर्वोच्च नागरिक सम्मान बंग विभूषण को स्वीकार करने का ममता सरकार का अनुरोध ठुकरा दिया है. उनके परिवार के मुताबिक 88 वर्षीय अर्थशास्त्री इस समय विदेश में हैं. वह अपने फैसले की जानकारी राज्य सरकार को दे चुके हैं.
हालांकि उन्होंने सम्मान स्वीकार न करने के फैसले का कोई कारण नहीं बताया है. आज राज्य सरकार द्वारा यह सम्मान समारोह कोलकाता में आयोजित किया जा रहा है.
मालूम हो कि गत दिन पहले ही माकपा नेता सुजान चक्रवर्ती ने स्कूल सेवा आयोग भर्ती घोटाले में बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी को लेकर सेन और अन्य सभी प्रतिष्ठित हस्तियों से ममता बनर्जी सरकार से कोई पुरस्कार स्वीकार न करने की सार्वजनिक अपील की थी.
जुलाई के पहले हफ्ते में दे दी थी सूचना
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक सेन ने राज्य सरकार के अधिकारियों को जुलाई के पहले हफ्ते में सूचित कर दिया था कि पुरस्कार वितरण समारोह के समय वह भारत में नहीं होंगे. वह इस समय यूरोप में हैं. सेन की बेटी अंतरा देव सेन ने एक स्थानीय समाचार चैनल से कहा, “उन्हें कई पुरस्कार मिल चुके हैं और वह चाहते हैं कि बंग विभूषण सम्मान दूसरों को दिया जाए.”
इन्हें किया जाएगा सम्मानित
हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.