कोरोना के इलाज के लिए निजी अस्पताल कितनी फीस लेंगे, ये जल्दी तय हो, दिल्ली HC का आदेश
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दिल्ली हाईकोर्ट ने बुधवार को कहा कि निजी अस्पताल कोरोना मरीजों से ज्यादा पैसा वसूल रहे हैं. इसलिए जल्द ही तय हो कि निजी अस्पताल मरीजों के इलाज के लिए कितना पैसा लेंगे.
दिल्ली हाईकोर्ट ने बुधवार को दिल्ली सरकार को फिर फटकार लगाई. इस बार मामला निजी अस्पतालों की फीस से जुड़ा था. हाईकोर्ट ने कहा कि आम लोग शिकायत कर रहे हैं कि निजी अस्पताल उनसे ज्यादा पैसे वसूल रहे हैं. इसलिए जल्दी ही ये तय किया जाए कि कोरोना मरीजों के इलाज के लिए निजी अस्पताल कितनी फीस ले सकते हैं. कोर्ट ने फटकार लगाते हुए कहा कि ये काम बहुत पहले हो जाना चाहिए था. हाईकोर्ट ने कहा कि आम लोग लगातार प्राइवेट अस्पतालों पर कोरोना के इलाज के लिए ज्यादा पैसे लेने के आरोप लगा रहे हैं. लेकिन दिल्ली सरकार ने कोर्ट में कहा कि उनको ऐसी कोई शिकायत नहीं मिली है. इस पर कोर्ट ने कहा कि आम लोगों से प्राइवेट अस्पताल ज्यादा पैसे वसूल कर रहे हैं और इस पर सरकार की तरफ से प्राइवेट अस्पतालों पर कैप लगाने की जरूरत है.नवाज शरीफ ने 25 साल बाद एक गलती स्वीकार की है. ये गलती पाकिस्तान की दगाबाजी की है. 20 फरवरी 1999 को दिल्ली से जब सुनहरी रंग की 'सदा-ए-सरहद' (सरहद की पुकार) लग्जरी बस अटारी बॉर्डर की ओर चली तो लगा कि 1947 में अलग हुए दो मुल्क अपना अतीत भूलाकर आगे चलने को तैयार हैं. लेकिन ये भावना एकतरफा थी. पाकिस्तान आर्मी के मन में तो कुछ और चल रहा था.
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