कोरोना की मार! 1930 के बाद सबसे बुरे दौर में दुनिया के आर्थिक हालात, आधा अरब लोगों को संकट में डालाः रिपोर्ट
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दोनों संगठनों की रिपोर्ट बताती है कि कोविड-19 ने 1930 के दशक के बाद सबसे खराब आर्थिक संकट के हालात पैदा किए हैं. कोविड से बचाव के लिए लोगों ने जो खर्च किया है इससे वह गरीबी की ओर बढ़ गए हैं.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) और वर्ल्ड बैंक (World Bank) की ओर से जारी की गई रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि कोविड-19 (COVID-19) ने न सिर्फ स्वास्थ्य सेवाओं को बड़े पैमाने पर प्रभावित किया है. बल्कि वैश्विक प्रगति को भी दो दशक पीछे धकेल दिया है. रिपोर्ट की मानें तो कोविड-19 जैसी महामारी ने आमजन के जीवन को काफी नुकसान पहुंचाया है. लिहाजा उनकी भुगतान करने की क्षमता प्रभावित हुई है. इससे वह दूसरी बीमारियों से लड़ने में भी कमजोर हुए हैं.
भारत 46वें अंटार्कटिक संसद की मेजबानी कर रहा है. 30 मई तक चलने वाली इस बैठक में बर्फीले महाद्वीप से जुड़े कई मुद्दों पर बात होगी. फिलहाल वैज्ञानिक परेशान हैं क्योंकि अंटार्कटिक महासागर के भीतर धाराएं कमजोर पड़ रही हैं. डर जताया जा रहा है कि साल 2050 तक ये बहाव इतना कम हो जाएगा कि सांस लेने के लिए ऑक्सीजन घटने लगेगी.
इजरायल ने रफा में हमास के ठिकानों पर रविवार को हवाई हमला किए हैं. इजरायली सेना के इस हमले में कम से कम 35 फिलिस्तीनी मारे गए हैं और कई लोग घायल हो गए हैं. गाजा में हमास द्वारा चलाए जा रहे स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता अशरफ अल-किदरा ने कहा, हमले में 34 लोगों की मौत हो गई है और कई लोग घायल हो गए हैं, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं.