कोटा में छात्रों की ख़ुदकुशी रोकने का तरीक़ा क्या है?: दिन भर
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कोटा में स्टूडेंट्स के बीच हो रहे सुसाइड की घटनाओं पर लगाम क्यों नहीं लग रहा और इसे रोकने के लिए क्या किए जाने की ज़रूरत है? आर्टिकल 370 हटने के बाद कारगिल में पहली बार हो रहे चुनाव क्यों ख़ास हैं और इससे ठीक पहले वहां माहौल कैसा है? चांद पर झंडा गाड़ने के बाद सूरज फतह करने को तैयार ISRO का मिशन आदित्य एल 1 क्या है और वर्ल्ड चैंपियन नीरज चोपड़ा ने कैसे जैवलिन थ्रो के खेल में क्रांति ला दी है, सुनिए आज के 'दिन भर' में नितिन ठाकुर से.
राजस्थान के कोटा को इंजीनियरिंग और मेडिकल कोचिंग के हब के रूप में जाना जाता है लेकिन धीरे-धीरे इस शहर की एक और पहचान भी बन रही है. और ऐसी पहचान से हर शहर दामन छुड़ाना चाहेगा. गूगल सर्च इंजन पर कोटा सर्च करने पर शुरुआती कुछ पन्ने निराशा भरी ख़बरों से पटे होते हैं. इसमें आत्महत्या की ख़बरें प्रमुख हैं. इस रविवार को ही कोटा में दो NEET एस्पिरेंट्स ने खुदकुशी कर ली.
इस साल कोटा में छात्रों की आत्महत्या का ये 24वां मामला है. पिछले साल यही संख्या 15 थी. प्रिंसिपल सेक्रेट्री हायर एंड टेक्निकल एजुकेशन की अध्यक्षता में स्टेट लेवल की कमेटी ने आज कोचिंग संचालक, हॉस्टल एसोसिएशन, पुलिस और प्रशासनिक अधिकारों के साथ बैठक की. इसमें बढ़ रही आत्महत्याओं के कारण तलाशने पर बात की गई और लॉन्ग टर्म में इसे कैसे रोका जा सकता इस पर भी चर्चा हुई. फिलहाल राहत तलाशते हुए ये तय किया गया कि अगले दो महीने तक किसी भी कोचिंग संस्थान में कोई टेस्ट नहीं लिया जाएगा और बुधवार की पढ़ाई हाफ़ डे की होगी, राजस्थान सरकार में मंत्री महेश जोशी ने पूरे देश में कोचिंग को बैन कर स्कूलों की पढ़ाई में सुधार करने की बात कही. ये तो दूर की बात हो गई, लेकिन आज की मीटिंग में क्या तय हुआ है, सुनिए 'दिन भर' में
कारगिल में पहला चुनाव, माहौल क्या है?
चार साल पहले जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाया गया था. लद्दाख को अलग केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा दिया गया. उसके बाद यहां पहली बार चुनाव होने जा रहा है. लद्दाख ऑटोनोमस हिल डेवलपमेंट काउंसिल के इस चुनाव में कारगिल हिल काउंसिल की 26 सीटों पर चुनाव होने हैं. 10 सितंबर को होने वाले इस चुनाव में 88 उम्मीदवारों ने पर्चा भरा है.
कांग्रेस और नेशनल कानफ्रेंस के गठबंधन की सीधी लड़ाई भाजपा के साथ है. आम आदमी पार्टी भी कुछ सीटों पर हाथ आज़मा रही है. 2018 के पिछले चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस दस सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनी थी. तब कांग्रेस को आठ, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी को दो और बीजेपी को एक सीट पर जीत मिली थी और पांच सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार जीतने में सफल रहे थे. इस बार के चुनाव में नेशनल कॉनफ्रेंस और कांग्रेस ने मिलकर उम्मीदवार उतारे हैं, वहीं भाजपा 17 सीटों पर अपने बूते लड़ रही है और बाकी सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों को समर्थन दे रही है.
असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नई कैबिनेट में बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री नियुक्त किया गया है. हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) के नेता बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSME) मंत्रालय का प्रभार दिया गया है.
मोदी कैबिनेट के विभागों का बंटवारा हो गया है. इस मंत्रिमंडल में राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी, निर्मला सीतारमण, जयशंकर वही मंत्रालय संभालेंगे जो अब तक संभालते आ रहे थे. मंत्रिमंडल को देखकर ऐसा लगता है कि इसमें बॉस मोदी ही हैं और वो सहयोगी दलों के किसी भी प्रकार के दबाव में नहीं आए. देखें ब्लैक एंड वाइट.
नरेंद्र मोदी ने बीते दिन पीएम पद की शपथ ले ली है.वहीं मोदी कैबिनेट में शामिल होने के लिए भाजपा ने अजित पवार गुट की एनसीपी को भी ऑफर दिया था, जिसे उन्होंने ठुकरा दिया. इसके बाद से महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल तेज है. अजित गुट के प्रफुल्ल पटेल को राज्य मंत्री का ऑफर था, लेकिन उन्होंने ये कहकर इसे ठुकरा दिया कि वो कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं और ये उनका डिमोशन होगा. देखिए VIDEO
राष्ट्रपति भवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह के वायरल वीडियो पर दिल्ली पुलिस का बयान आया है. इसमें कहा गया है, रविवार को राष्ट्रपति भवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह के लाइव प्रसारण के दौरान कैद एक जानवर की तस्वीर दिखा रहे हैं, जिसमें दावा किया जा रहा है कि यह जंगली जानवर है. ये तथ्य सत्य नहीं हैं. कैमरे में कैद जानवर एक आम घरेलू बिल्ली है.
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