
कैसे होती है भारत के मुख्य न्यायाधीश की नियुक्ति? CJI को कितनी मिलती है सैलरी? जानें सबकुछ
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जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ देश के नए चीफ जस्टिस बन गए हैं. वो इस पद पर 10 नवंबर 2024 तक बने रहेंगे. नए चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ के पिता वाईवी चंद्रचूड़ भी चीफ जस्टिस रह चुके हैं. जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ बॉम्बे हाईकोर्ट के जज और इलाहाबाद हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस भी रह चुके हैं. वो 2016 में सुप्रीम कोर्ट के जज बने थे.
जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ देश के 50वें चीफ जस्टिस बन गए हैं. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें चीफ जस्टिस पद की शपथ दिलवाई. सुप्रीम कोर्ट के जज रहते हुए जस्टिस डीवआई चंद्रचूड़ ने कई अहम फैसले सुनाए हैं. इनमें धारा 370, निजता का अधिकार और अयोध्या में राम मंदिर से जुड़े फैसले भी शामिल हैं.
सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ के पिता दिवंगत वाईवी चंद्रचूड़ भी चीफ जस्टिस रह चुके हैं. उनके पिता 22 फरवरी 1978 से 11 जुलाई 1985 तक चीफ जस्टिस रहे थे. उनके पिता सबसे लंबे समय तक इस पद पर बने रहने वाले पहले चीफ जस्टिस हैं. ये पहली बार है जब पिता और पुत्र दोनों ही इस पद पर पहुंचे.
सीजेआई चंद्रचूड़ का जन्म 11 नवंबर 1959 को हुआ था और वो इस पद पर 10 नवंबर 2024 तक बने रहेंगे, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट के जजों की रिटायरमेंट की उम्र 65 साल होती है. उनसे पहले चीफ जस्टिस रहे यूयू ललित का कार्यकाल महज 74 दिनों का ही था.
कौन हैं सीजेआई चंद्रचूड़?
चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ 63 साल के हैं. उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के सेंट स्टीफंस कॉलेज से इकोनॉमिक्स की पढ़ाई की है. इसके बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी के कैम्पस लॉ सेंटर से कानून की डिग्री हासिल की.
दिल्ली यूनिवर्सिटी से पढ़ाई करने के बाद जस्टिस चंद्रचूड़ अमेरिका चले गए. वहां उन्होंने हार्वर्ड लॉ स्कूल से पहले LLM की और उसके बाद ज्यूरिडिकल साइंसेस में डॉक्टरेट की डिग्री हासिल की.

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