केजरीवाल सरकार का बड़ा ऐलान- 'जहां झुग्गी, वहीं मकान', 1060 घर तैयार
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रोटी, कपड़ा और मकान ये तीन चीजें हर किसी के लिए मूलभत आवश्यकताएं होती हैं. दिल्ली जैसे बड़े शहर में रोटी और कपड़े का प्रबंध तो हर कोई किसी तरह से कर लेता है. लेकिन अपना मकान हो, ये सपना सभी का पूरा नहीं हो पाता है.
रोटी, कपड़ा और मकान ये तीन चीजें हर किसी के लिए मूलभत आवश्यकताएं होती हैं. दिल्ली जैसे बड़े शहर में रोटी और कपड़े का प्रबंध तो हर कोई किसी तरह से कर लेता है. लेकिन अपना मकान हो, ये सपना सभी का पूरा नहीं हो पाता है. आशियाना छोटा हो या बड़ा, अपना आशियाना अपना ही होता है. अब दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने 2021-22 के बजट में बड़ा ऐलान किया है. केजरीवाल सरकार ने जहां झुग्गी, वहीं मकान देने की घोषणा की है. झुग्गी और अनाधिकृत कॉलोनियों में रहने वाले लोगों के लिए दिल्ली सरकार का यह एक बड़ा तोहफा है. इस प्रोजेक्ट पर दिल्ली सरकार तेजी से काम कर रही है.नवाज शरीफ ने 25 साल बाद एक गलती स्वीकार की है. ये गलती पाकिस्तान की दगाबाजी की है. 20 फरवरी 1999 को दिल्ली से जब सुनहरी रंग की 'सदा-ए-सरहद' (सरहद की पुकार) लग्जरी बस अटारी बॉर्डर की ओर चली तो लगा कि 1947 में अलग हुए दो मुल्क अपना अतीत भूलाकर आगे चलने को तैयार हैं. लेकिन ये भावना एकतरफा थी. पाकिस्तान आर्मी के मन में तो कुछ और चल रहा था.
देश के ज्यादातर मैदानी इलाकों में पड़ रही प्रचंड गर्मी के बीच दिल्ली के उपराज्यपाल (LG) वीके सक्सेना ने बड़ा फैसला लिया है. LG ने निर्देश दिया है कि इस भीषण गर्मी में मजदूरों को 12 बजे से लेकर 3 बजे तक काम से छुट्टी मिलेगी. साथ ही मजदूरों को मिलने वाली इस राहत के बदले कोई भी उनकी सैलरी नहीं काट सकेगा.
करीब सवा सौ गज के एक छोटे से मकान में यह अस्पताल चल रहा था. इस मकान की स्थिति ऐसी है कि वह किसी भी वक्त गिर सकता है. अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर पर ऑक्सीजन के सिलेंडर बिखरे मिले. इनमें से कुछ सिलेंडर के परखचे उड़े हुए थे, क्योंकि आग लगने के बाद इनमें विस्फोट हुआ था अस्पताल में लगी आग को भयावह रूप देने में इन ऑक्सीजन सिलेंडर ने भी मदद की.