कितनी असरदार है ऑनलाइन मिल रही ऑक्सीजन किट, कब जाएं हॉस्पिटल? AIIMS डायरेक्टर ने बताया
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आजतक से खास बातचीत में एम्स के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया ने बताया कि ऑनलाइन जो ऑक्सीजन कैन मिल रहे हैं, उन्हें खरीदकर घर में रखना ठीक नहीं है, क्योंकि इससे आप परेशानी में पड़ सकते हैं. उन्होंने और भी कई ऐसे सवालों के जवाब दिए, जो आपके लिए जानना जरूरी है.
देश में कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है. ऑक्सीजन की कमी के मामले भी सामने आ रहे हैं. रेमडेसिविर को लेकर भी मारामारी हो रही है. ऐसे में एम्स के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया ने आजतक से खास बातचीत की और कई अहम सवालों के जवाब दिए. रेमडेसिविर को लेकर उन्होंने कहा कि ये कोई जादुई दवा नहीं है और अगर आप गंभीर नहीं हैं, तो आपको रेमडेसिविर नहीं लेना चाहिए. वैक्सीन को लेकर भी उन्होंने कहा कि वैक्सीन लगाने के बाद भी संक्रमण हो सकता है, लेकिन आपको गंभीर बीमारी नहीं होगी. और क्या कुछ कहा उन्होंने, आइए जानते हैं... ई-कॉमर्स साइट पर ऑक्सीजन कैन बेचे जा रहे हैं, क्या इन्हें खरीदकर रखना ठीक है? डॉ. गुलेरियाः ऑक्सीजन कैन को खरीदकर रखने का कोई फायदा नहीं है. क्योंकि ऐसा नहीं होता कि आपने 10-15 मिनट के लिए ऑक्सीजन ले ली, तो आप ठीक हो जाएंगे. अगर आपकी ऑक्सीजन कम हो रही है, तो आपको हॉस्पिटल में ही ट्रीटमेंट लेना चाहिए. वहां मॉनिटर करके आपको ऑक्सीजन लेने की जरूरत है. इसलिए घर पर आप ऑक्सीजन लें और उसकी मॉनिटरिंग भी न हो पाए और आपको ऐसा लगे कि मैं ठीक हूं, ये धारणा ठीक नहीं है. अगर आपकी सैचुरेशन 94 से कम है, तो डॉक्टर से संपर्क करें. और अगर 90 से कम है, तो तुरंत अस्पताल जाएं. घर पर ऑक्सीजन न रखें, क्योंकि उससे आपको गलतफहमी भी हो जाएगी.राजकोट के टीआरपी गेमजोन में लगी आग से 28 लोगों की जलकर मौत हो गई थी. मृतकों के शव इतनी बुरी तरह से जल गए थे कि उनकी पहचान तक मुश्किल थी. ऐसे में गेमजोन के एक मालिक की जलकर मौत होने का दावा किया गया था. इसके लिए मिले अवशेषों के डीएनए सैंपल का मिलान गेम जोन के मालिकों की मां से किया गया. इसमें से एक सैंपल मैच हुआ है. इससे यह पुष्टि की गई कि मालिक प्रकाश हिरन की भी जलकर मौत हो गई थी.
हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.