
'कान पकड़ो...इंजीनियर होकर ऐसा करते हो', जब मुंबई हाईकोर्ट में जज हुए नाराज
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इंजीनियरिंग के एक छात्र और उसके परिवार के कुछ सदस्यों के खिलाफ रिश्ते में लगने वाले चाचा ने एफआईआर दर्ज करवाई थी. आरोप था कि उसने डंडे से पीटा है.
मुंबई एक इंजीनियरिंग के एक छात्र ने परिवार के साथ मिलकर अपने चाचा को डंडे से पीट दिया. ये मामला मुंबई हाईकोर्ट पहुंच गया. सुनवाई के दौरान जज आरोपी की इस हरकत को सुनकर नाराज हो गए और तुरंत उससे कान पकड़ने के लिए कहा.
मिली जानकारी के मुताबिक आरोपी का नाम जयंति चौहान है. उसके और परिवार के अन्य सदस्यों के खिलाफ इस मारपीट पर एफआईआर दर्ज की गई थी. जिसको खारिज कराने के लिए आरोपियों की ओर हाईकोर्ट में याचिका दी गई थी. इस मामले की सुनवाई जस्टिस एसएस शिंदे और एमएन जाधव की अदालत में हो रही थी.
एफआईआर आरोपी के चाचा की ओर से दर्ज कराई गई थी. जिसमें उस पर और परिवार के अन्य सदस्यों के खिलाफ आईपीसी की धारा 323, 324, 504 के तहत मामला दर्ज किया गया था. इस मामले का सुनवाई के दौरान जस्टिस जाधव ने आरोपी से पूछा, 'आपको अच्छा लगेगा जब आपके पिता जी को कोई मारेगा? फिर आपने क्यों मारा'? इसके बाद जस्टिस जाधव ने आरोपी को आदेश दिया, 'कान पकड़ो.'
जज की ये बात सुनकर खचाखच भरी अदालत में सब लोग हंसने लगे. हालांकि आरोपी ने भी मुस्कराते हुए अपने कान पकड़ने में देर नहीं लगाई. इसके बाद जस्टिस जाधव ने चेतावनी दी, 'फिर से ऐसा नहीं करना, वरना अंदर डाल देंगे. सब होशियारी निकल जाएगी.'
कोर्ट ने आरोपी चौहान से ये भी पूछा कि वह क्या करता है, इस पर उसने जवाब दिया कि वह इंजीनियरिंग का छात्र है. ये बात सुनकर जस्टिस जाधव ने कहा कि इंजीनियर होकर ऐसा करते हो?

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