
कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक कल, चुनावी नतीजों पर होगी चर्चा
AajTak
CWC Meeting:
विधानसभा चुनावों में फ्लॉप होने के बाद कांग्रेस ने वर्किंग कमेटी की बैठक बुलाई है. रविवार शाम 4 बजे आहूत की गई सीडब्ल्यूसी की इस बैठक में पांच राज्यों में पार्टी की चुनावी हार पर मंथन किया जाएगा.
कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य रणदीप सिंह सुरजेवाला ने पार्टी की ओर से कह चुके हैं कि 5 राज्यों में चुनाव परिणाम कांग्रेस पार्टी की उम्मीद के उलट रहे हैं. हमें उत्तराखंड, गोवा और पंजाब में बेहतर परिणामों की अपेक्षा थी, लेकिन पार्टी नेता स्वीकार करते हैं कि हम जनता का आशीर्वाद प्राप्त करने में असफल रहे.
कांग्रेस नेता के मुताबिक, कांग्रेस पार्टी उत्तर प्रदेश की हर विधानसभा में गली-मोहल्ले तक पहुंच पाई, लेकिन हम उस जनमत को सीटों में नहीं बदल पाए. हम उत्तराखंड और गोवा में बेहतर चुनाव तो लड़े पर जनता का मन नहीं जीत पाए, विजय के आंकड़े तक नहीं पहुंच पाए. हमारे लिए एक सीख है कि हमें धरातल पर और अधिक मेहनत करने की आवश्यकता है.
CWC मेंबर सुरजेवाला के मुताबिक, हम चुनाव हारें या जीतें, लेकिन भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस देश की जनता के साथ लगातार खड़ी है. हम महंगाई, बेरोजगारी, अर्थव्यवस्था, शिक्षा, स्वास्थ्य, ढांचागत विकास जैसे जनता के मुद्दों को जिम्मेवारी के साथ उठाते रहेंगे. हम हार के कारणों पर गहन दृष्टि से आत्ममंथन और आत्मचिंतन दोनों करेंगे, संगठन पर काम करेंगे और भविष्य में और बेहतर प्रयास करेंगे.
विदित हो कि देश के पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने उत्तराखंड, गोवा, मणिपुर और उत्तर प्रदेश में स्पष्ट बहुमत हासिल किया है जबकि पंजाब में आम आदमी पार्टी ने ऐतिहासिक जीत दर्ज कर नया मुकाम हासिल किया है.
कांग्रेस के प्रदर्शन की बात करें तो पार्टी को यूपी में 2, गोवा में 11, मणिपुर में 5, पंजाब में 18 और उत्तराखंड में 19 सीटें हासिल हुई हैं जो कि बहुमत के आंकड़े से कोसों दूर हैं.

देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली महायुति सरकार ने शुक्रवार को अपने एक साल का सफर तय कर लिया है. संयोग से इस समय महाराष्ट्र में स्थानीय निकायों के चुनाव चल रहे हैं, जिसे लेकर त्रिमूर्ति गठबंधन के तीनों प्रमुखों के बीच सियासी टसल जारी है. ऐसे में सबसे ज्यादा चुनौती एकनाथ शिंदे के साथ उन्हें बीजेपी के साथ-साथ उद्धव ठाकरे से भी अपने नेताओं को बचाए रखने की है.

नो-फ्रिल्स, जीरो कर्ज, एक ही तरह के जहाज के साथ इंडिगो आज भी खड़ी है. लेकिन नए FDTL नियमों और बढ़ते खर्च से उसकी पुरानी ताकत पर सवाल उठ रहे हैं. एयर इंडिया को टाटा ने नया जीवन दिया है, लेकिन अभी लंबी दौड़ बाकी है. स्पाइसजेट लंगड़ाती चल रही है. अकासा नया दांव लगा रही है. इसलिए भारत का आसमान जितना चमकदार दिखता है, एयरलाइन कंपनियों के लिए उतना ही खतरनाक साबित होता है.

राष्ट्रपति पुतिन ने राजघाट पहुंचकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी. इस दौरान उनकी गरिमामय उपस्थिति के साथ राष्ट्रपति भवन में उनका औपचारिक स्वागत किया गया और उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर प्रदान किया गया. यह मुलाकात दो देशों के बीच रिश्तों की मजबूती को दर्शाने वाली थी. पुतिन ने महात्मा गांधी के आदर्शों का सम्मान करते हुए भारत की संस्कृति और इतिहास को सराहा. इस अवसर पर राजघाट की शांतिपूर्ण और पावन वायु ने सभी को प्रेरित किया.










