कर्नाटक से लेकर पंजाब तक... 2024 में BJP के रथ पर कौन-कौन से राजनीतिक दल होंगे सवार?
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2024 के लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन को लेकर सभी राजनीतिक दल एक्टिव हो गए हैं. बीजेपी ने भी इसके लिए कमर कसना शुरू कर दी है. कर्नाटक में जेडीएस की हालिया एक्टिविटी से ऐसा लगने लगा है कि वह भी बीजेपी से गठबंधन को लेकर उत्सुक है.
कर्नाटक चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को मिली करारी शिकस्त के बाद अब संगठन 2024 में होने जा रहे लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गया है. सूत्रों की मानें तो कर्नाटक में जनता दल सेक्युलर (JDS) बीजेपी के साथ गठबंधन करने के लिए इच्छुक है. इसके आसार इसलिए भी नजर आ रहे हैं, क्योंकि हाल के घटनाक्रमों पर नजर डाली जाए तो कई बेहद जरूरी मुद्दों पर जेडीएस ने बीजेपी का साथ दिया है.
ओडिशा के बालासोर में हुए ट्रेन हादसे के बाद जेडीएस ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का बचाव किया था. इतना ही नहीं नए संसद भवन के उद्घाटन के समय जब ज्यादातर विपक्षी पार्टियां कार्यक्रम का बायकॉट कर रही थीं, उस समय देवगौड़ा उद्घाटन समारोह में सामिल हुए थे. कर्नाटक में बीजेपी के नजदीक आने की जेडीएस के पास कई वजहें हैं.
4 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है JDS
दरअसल, जेडीएस कर्नाटक लोकसभा की 28 सीटों में से चार पर चुनाव लड़ना चाहती है. ये चार सीटें हैं मांड्या, हासन, बैंगलुरु ग्रामीण और चिकबल्लापुर. बीजेपी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में राज्य की 28 में से 25 सीटें जीती थीं. मांडया से जीतने वाली सुमलता अंबरीष ने बाद में बीजेपी को समर्थन दे दिया था. इस चुनाव में जेडीएस सिर्फ एक सीट हासन ही जीत सकी थी. पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौडा तक चुनाव हार गए थे.
जेडीएस के लिए अस्तित्व बचाना बड़ी चुनौती!
2019 के लोकसभा चुनाव जेडीएस को 9.67 प्रतिशत वोट मिले थे. इस के बाद विधानसभा चुनाव में जेडीएस को 13.29 प्रतिशत ही वोट मिले और पार्टी की सीटें घटकर 19 रह गईं. बीजेपी से जुड़े सूत्रों का मानना है कि विधानसभा चुनाव में जमीन खिसकने के बाद अब जेडीएस के लिए अपने अस्तित्व को बचाना बड़ी चुनौती है. इसके लिए वह बीजेपी के कंधों पर लड़ाई लड़ना चाहती है.
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