कर्नाटक में लॉकडाउन का ऐलान, पुलिस ने जमकर बरसाईं सब्जी विक्रेताओं पर लाठियां
AajTak
कोरोना संकट से जूझ रहे कर्नाटक और तमिलनाडु में रविवार से दो हफ्ते का लॉकडाउन लग गया है. 24 मई की सुबह 6 बजे तक सिर्फ जरूरी सेवाओं को ही छूट मिलेगी. जिसके बाद रविवार से मेट्रो, बस, टैक्सी सेवा भी बंद रहेंगी.
कर्नाटक में बढ़ते कोरोना के बीच राज्य सरकार ने लॉकडाउन लगाने का फैसला किया है. ऐसे में लॉकडाउन का पालन कराने के लिए पुलिस ने सख्त रवैया अपनाया. जिसके चलते कर्नाटक पुलिस का एक बर्बरता पूर्ण चेहरा देखने को मिला. पुलिस ने यहां सब्जी बेच रहे लोगों पर जमकर लाठियां बरसाईं. सरकार की ओर से निर्देशित लॉकडाउन को पालन कराने के लिए कर्नाटक पुलिस ने रविवार को लोगों पर जमकर लाठियां चलाईं. ऐसे में कर्नाटक के हावेरी जिले से एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें कर्नाटक पुलिस सब्जी विक्रेताओं पर लाठी डंडे बरसा रही है. सोशल मीडिया पर आने के बाद इस वीडियो की चर्चा है. वहीं पुलिस के इस रवैये की जमकर आलोचना भी हो रही है.नवाज शरीफ ने 25 साल बाद एक गलती स्वीकार की है. ये गलती पाकिस्तान की दगाबाजी की है. 20 फरवरी 1999 को दिल्ली से जब सुनहरी रंग की 'सदा-ए-सरहद' (सरहद की पुकार) लग्जरी बस अटारी बॉर्डर की ओर चली तो लगा कि 1947 में अलग हुए दो मुल्क अपना अतीत भूलाकर आगे चलने को तैयार हैं. लेकिन ये भावना एकतरफा थी. पाकिस्तान आर्मी के मन में तो कुछ और चल रहा था.
देश के ज्यादातर मैदानी इलाकों में पड़ रही प्रचंड गर्मी के बीच दिल्ली के उपराज्यपाल (LG) वीके सक्सेना ने बड़ा फैसला लिया है. LG ने निर्देश दिया है कि इस भीषण गर्मी में मजदूरों को 12 बजे से लेकर 3 बजे तक काम से छुट्टी मिलेगी. साथ ही मजदूरों को मिलने वाली इस राहत के बदले कोई भी उनकी सैलरी नहीं काट सकेगा.
करीब सवा सौ गज के एक छोटे से मकान में यह अस्पताल चल रहा था. इस मकान की स्थिति ऐसी है कि वह किसी भी वक्त गिर सकता है. अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर पर ऑक्सीजन के सिलेंडर बिखरे मिले. इनमें से कुछ सिलेंडर के परखचे उड़े हुए थे, क्योंकि आग लगने के बाद इनमें विस्फोट हुआ था अस्पताल में लगी आग को भयावह रूप देने में इन ऑक्सीजन सिलेंडर ने भी मदद की.