
कर्नाटक: मिड डे मील से अंडा और मीट बाहर करने का प्रस्ताव, NEP को लेकर आए कई सुझाव
AajTak
कर्नाटक में राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के लिए बनाई गई कमेटी ने एक प्रस्ताव पेश किया. इसमें कहा गया कि सरकारी स्कूलों में बांटे जाने वाले मिड डे मील से अंडा-मीट बाहर रखा जाए.
कर्नाटक में नेशनल एजुकेशन पॉलिसी (NEP) 2020 को लेकर बनाए गए पैनल ने कई प्रस्ताव दिए हैं. इसमें कहा गया है कि अंडे और मीट को स्कूलों के मिड डे मील से बाहर रखा जाना चाहिए. इसके अलावा हिंदू नरसंहार को टेक्स्ट बुक में शामिल न किए जाने की मांग भी की गई है.
दरअसल, कर्नाटक में राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के लिए बनाई गई कमेटी ने एक प्रस्ताव पेश किया. इसमें कहा गया कि सरकारी स्कूलों में बांटे जाने वाले मिड डे मील से अंडा-मीट बाहर रखा जाए.
प्रस्ताव में आगे कहा गया कि ऐसा करने पर छात्रों के बीच भेदभाव होगा. भारतीय लोगों के छोटे शरीर के फ्रेम को देखते हुए अंडे और मांस के नियमित सेवन से मिलने वाली अतिरिक्त ऊर्जा जीवन शैली से जुड़े विकारों को जन्म दे सकती है. अंडे और मांस के नियमित सेवन से जीवनशैली संबंधी बीमारियां हो सकती हैं.
मोटापे के साथ बीमारियां भी रुकेंगी
प्रस्ताव के मुताबिक मिड डे मील में कम फैट और जीरो ट्रांस-फैट वाला भोजन शामिल किया जाना चाहिए. प्रस्ताव में अंडे के अलावा फ्लेवर्ड मिल्क और बिस्किट को भी न शामिल किए जाने की मांग की गई है. साथ ही कहा गयै है कि अतिरिक्त कैलोरी और फैट के कारण होने वाले मोटापे और हार्मोनल असंतुलन को रोका जाना चाहिए.
हिंदू नरसंहार को इतिहास में शामिल करने की मांग

इंडिगो की फ्लाइट्स लगातार कैंसिल हो रही हैं और सरकार इसकी सख्ती से जांच कर रही है. यात्रियों की समस्या बढ़ने पर सरकार ने इंडिगो के अधिकारियों को तलब किया है और एयरफेयर पर प्राइस कैपिंग लगाई गई है. 500 किलोमीटर तक किराया साढ़े 7 हजार रुपए जबकि लंबी दूरी के लिए अधिकतम अठारह हजार रुपए निर्धारित किए गए हैं. यात्रियों को रिफंड न मिल पाने की शिकायतें भी बढ़ रही हैं. देखें विशेष.

देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो के बड़े ऑपरेशनल संकट के बीच सरकार ने सख्त रुख अपनाते हुए कहा है कि इस मामले में ऐसी कड़ी कार्रवाई होगी जो पूरे एविएशन सेक्टर के लिए मिसाल बनेगी. नागर विमानन मंत्री राम मोहन नायडू ने इंडिगो पर जवाबदेही तय करने की बात कही और पूछा कि 3 दिसंबर से ही इतनी भारी अव्यवस्था क्यों शुरू हुई.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यक्रम में कहा कि भारत आज वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच स्थिरता और भरोसे का स्तंभ बनकर उभरा है. उन्होंने बताया कि देश की GDP वृद्धि 8 प्रतिशत से अधिक रही है, जबकि सुधार अब दीर्घकालिक लक्ष्यों के अनुरूप किए जा रहे हैं. PM मोदी ने गुलामी की मानसिकता से बाहर निकलने, पूर्वी भारत और छोटे शहरों में क्षमता बढ़ाने, ऊर्जा और मोबाइल निर्माण जैसे क्षेत्रों में तेजी से हुई प्रगति पर भी जोर दिया.

नवंबर में गाजियाबाद देश का सबसे प्रदूषित शहर रहा, जबकि दिल्ली चौथे स्थान पर रही. उत्तर प्रदेश और हरियाणा के कई शहरों ने भी उच्च PM2.5 स्तर दर्ज किए. पराली जलाने का प्रभाव कम होने के बावजूद प्रदूषण अधिक रहा. शिलांग सबसे स्वच्छ शहर रहा. रिपोर्ट ने वर्षभर के प्रदूषण के मुख्य स्रोत परिवहन, उद्योग और ऊर्जा संयंत्र बताए हैं.









