कब खत्म होगा दिल्ली का ऑक्सीजन संकट? अब IBS अस्पताल में कमी, नर्सिंग होम्स भी पहुंचे HC
AajTak
देश की राजधानी दिल्ली बीते कई दिनों से ऑक्सीजन की किल्लत से जूझ रही है. कई अस्पतालों की ओर से अबतक हाईकोर्ट का रुख किया जा चुका है, अब नर्सिंग होम्स भी हाईकोर्ट की शरण में पहुंचे हैं.
देश की राजधानी दिल्ली इस वक्त कोरोना के कहर से कराह रही है. हर दिन हजारों की संख्या में केस आ रहे हैं और सैकड़ों लोगों की मौत हो रही है. कोरोना के कहर से इतर एक सबसे बड़ा संकट है ऑक्सीजन की कमी का, अस्पताल बार-बार ऑक्सीजन की गुहार लगा रहे हैं. सोमवार को भी दिल्ली में ही स्थिति रही. लाजपत नगर के IBS अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी हो गई. इमरजेंसी के हालात में दिल्ली सरकार द्वारा यहां पर 10 ऑक्सीजन सिलेंडर भेजे जा रहे हैं. अस्पताल के मुताबिक, कुल 37 मरीज़ ऑक्सीजन के सपोर्ट पर हैं. नर्सिंग होम्स ने भी लगाई कोर्ट में गुहार दिल्ली के अस्पतालों के अलावा अब नर्सिंग होम्स की तरफ से भी हाईकोर्ट का रुख किया गया है. नर्सिंग होम्स का कहना है कि सरकार सिर्फ बड़े अस्पतालों पर ध्यान दे रही है, हमारे पास भी 8 हजार बेड्स हैं, कई नर्सिंग होम्स में ऑक्सीजन की कमी है, ऐसे में हमें भी पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन मिलना चाहिए. जब अदालत में नर्सिंग होम्स ने ये अपील की तो राज्य सरकार ने जवाब दिया कि पहले ही सिस्टम पर काफी दबाव है, क्या हम 1000 नर्सिंग होम्स का दबाव झेल सकते हैं? पूरा शहर कोलेप्स कर जाएगा. खत्म ही नहीं हो रहा दिल्ली में संकट देश की राजधानी दिल्ली जहां लोग कई राज्यों से इलाज करवाने आते हैं, वह खुद पिछले कई दिनों से ऑक्सीजन की किल्लत से जूझ रही है. दिल्ली के कई अस्पतालों में ऑक्सीजन कम है या ऐन वक्त पर पहुंचता है, कुछ अस्पतालों में तो इस संकट से मरीजों की जान चली गई है. लेकिन व्यवस्था सुधर नहीं रही है. दिल्ली के कई अस्पताल अबतक ऑक्सीजन की सप्लाई के लिए हाईकोर्ट का रुख कर चुके हैं. दिल्ली सरकार की अपील के बाद केंद्र सरकार ने दिल्ली का कोटा भी बढ़ाया है. लेकिन अदालत में राज्य सरकार का कहना है कि केंद्र ने जितना कोटा बढ़ाया है, उतना भी ऑक्सीजन नहीं मिला है जबकि डिमांड उससे कहीं ज्यादा की है. इस संकट के बीच दिल्ली में कोरोना का कहर जारी है, बीते दिन भी राजधानी में 20 हजार से ज्यादा कोरोना के मामले आए जबकि 400 से अधिक मौतें हुईं. राजधानी में अभी भी 90 हजार से ज्यादा एक्टिव केस हैं.More Related News
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.