ऑक्सीजन के अभाव में मरीजों की मौत नरसंहार से कम नहीं- इलाहाबाद हाईकोर्ट की सख्त टिप्पणी
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मामले की सुनवाई के दौरान राज्य सरकार के कोविड को लेकर उठाए गए कदमों और चिंता से भी अवगत कराया. राज्य सरकार की तरफ से बताया गया कि प्रदेश में 17614 आइसोलेशन बेड और 5510 आईसीयू व एसडीयू बेड अलग-अलग अस्पतालों में उपलब्ध हैं.
कोरोना संकट के बीच ऑक्सीजन की किल्लत को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने सख्त टिप्पणी की है. कोविड के बढ़ते संक्रमण को लेकर कायम जनहित याचिका पर सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति ना होने और इससे हो रही मौतों को नरसंहार की तरह बताया है. कोर्ट ने कहा कि अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति न होने से कोविड मरीजों की मौत आपराधिक कृत्य जैसा है. कोविड मरीजों की मौत उनके लिए किसी नरसंहार से कम नहीं है जिन्हें लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करने का काम सौंपा गया है. जस्टिस सिद्धार्थ वर्मा और जस्टिस अजीत कुमार की डिवीजन बेंच ने मामले की सुनवाई के दौरान यह सख्त टिप्पणी की.More Related News