एक होटल, दो मौत और टारगेट किलिंग का शक... पुतिन के आलोचकों की रहस्यमयी मौतों की क्या है मिस्ट्री
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सवाल है कि ओडिशा में हुई रूसी पर्यटकों की मौत का रहस्य क्या है? दो दिनों में कैसे गई दो-दो रूसी पर्यटकों की जान? एक मौत होटल के कमरे में जबकि दूसरी ऊपर से गिरने पर हुई. रूसी पर्यटकों की मौत पर कई गंभीर सवाल उठने लगे हैं.
चार रूसी पर्यटक भारत आते हैं. जिनमें से एक रूसी सांसद और अरबपति कारोबारी था. चारों दिल्ली आने के बाद ओडिशा पहुंचते हैं. उनका मकसद वहां के आदिवासियों की बस्ती और गांव को करीब से देखना था. वहां घूमने के बाद वो चारों होटल लौट आते हैं. मगर अगले दिन इनमें से एक शख्स की रहस्यमयी हालत में मौत हो जाती है. दो दिन बाद उसका अंतिम संस्कार किया जाता है. संस्कार करने के बाद फिर तीनों होटल लौटते हैं, और फिर से एक मौत हो जाती है. इस बार मरने वाला कोई और नहीं बल्कि रूसी सांसद और अरबपति कारोबारी था. जो पुतिन का बड़ा आलोचक माना जाता था.
22 दिसंबर 2022, होटल साई इंटरनेशनल, रायगढा, ओडिशा दक्षिणी ओडिशा के शांत से शहर रायगढा में इस रोज सुबह एक बडी वारदात हुई. हालांकि पहली नजर में ये मामला एक विदेशी पर्यटक की ज्यादा शराब पीने से हुई मौत का लगा और इसे लेकर ना तो कोई बहुत ज्यादा शोर-शराबा हुआ और ना ही इस वारदात ने किसी का ध्यान अपनी ओर खींचा. हुआ यूं कि रूसी पर्यटक व्लादिमीर बेदेनोव यहां अपने कमरे में बेहोश पाए गए और जब लोगों ने उन्हें उठा कर इलाज के लिए पास ही के अस्पताल में पहुंचाया, तो डॉक्टरों ने उन्हें ब्रॉट डेड यानी मुर्दा करार दिया. 61 साल के बेदेनोव ने अपने तीन और रूसी साथियों के साथ अपनी मौत से एक रोज़ पहले यानी 21 दिसंबर को ही इस होटल में चेकइन किया था. और चूंकि अपनी मौत से पहले वो लगातार शराब पी रहे थे और उनकी मौत के वक्त भी उनके कमरे से पुलिस को शराब की कई खाली बोतलें मिलीं, शुरुआती तौर पर ये मान लिया गया कि बेदेनोव की मौत शायद ज्यादा शराब पीने की वजह से हुई.
24 दिसंबर 2022, होटल साई इंटरनेशनल, रायगढा, ओडिशा इसके ठीक दो दिन बाद यानी शनिवार 24 दिसंबर को तब इस मामले में एक नया मोड़ आ गया, जब बेदेनोव के साथ ही ओडिशा घूमने पहुंचे उनके दोस्त, रूसी सांसद और वहां के अमीर कारोबारी 65 साल के पावेल एंटोव की उसी होटल में रहस्यमयी हालात में मौत हो गई. पावेल शनिवार की शाम को अपने कमरे की खिड़की के नीचे छत पर खून से लथपथ पड़े मिले और जब तक लोगों ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया, तब तक उनकी मौत हो चुकी थी. और इस तरह महज दो दिनों के अंदर दो रूसी पर्यटकों की ओडिशा के इस टाउन में जिस तरह से मौत हुई, उसने सिर्फ हिंदुस्तान ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींच लिया.
संदिग्ध मौत पर सवाल अब सवाल था कि ओडिशा में हुई रूसी पर्यटकों की मौत का रहस्य क्या है? दो दिनों में कैसे गई दो-दो रूसी पर्यटकों की जान? एक मौत होटल के कमरे में जबकि दूसरी ऊपर से गिरने पर हुई. रूसी पर्यटकों की मौत पर कई गंभीर सवाल उठने लगे हैं. क्या ये सामान्य मौत है या फिर इसके पीछे है कोई गहरी साज़िश? ओडिशा सरकार ने इस संगीन मामले की जांच क्राइम ब्रांच के हवाले की है.
कौन थे ये रूसी पर्यटक? दरअसल, बेदेनोव और एंटोव यहां एक रूसी दंपत्ति 63 साल के मिखाइल तुरोव और उनकी पत्नी नातालिया पानासेंको के साथ पहुंचे थे. इनके साथ दिल्ली का एक ट्रैवल एजेंट जितेंद्र सिंह भी था. जानकारी के मुताबिक ये पांचों लोग पिछले हफ्ते यानी सोमवार, 19 दिसंबर को दिल्ली से भुवनेश्वर पहुंचे थे. जहां से वो ओडिशा के कुछ ग्रामीण इलाकों में घूमना चाहते थे. अगले दिन यानी मंगलवार को सभी ओडिशा के कंधमाल जिले के हिल स्टेशन दारिंगबाडी पहुंचे और वहां घूमने-फिरने के बाद बुधवार की शाम करीब 5 बजे वो रायगढा पहुंचे और वहां होटल साई इंटरनेशनल में चेकइन किया.
एक के बाद एक दो लोगों की मौत अगले दिन उनका इरादा कोरापुट जाने का था, लेकिन इसी बीच बुधवार की सुबह पहले होटल के कमरे में बेदेनोव के बेहोश होने की खबर मिली और कुछ ही देर में उन्हें मुर्दा करार दे दिया गया और फिर दो दिन बाद उनके दोस्त और रूसी सांसद एंटोव की भी उसी होटल में ऊपर से गिरने से मौत हो गई. होटल के कमरे में मारे गए बेदेनोव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उनकी मौत की वजह कार्डियेक अरेस्ट यानी हार्ट अटैक को बताया गया है. जबकि उनके साथी एंटोव की मौत को लेकर अब भी रहस्य बरकार है.
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