एक बाइक, दो शूटर और पांच गोली... सलमान खान को गैंगस्टर से मिली पांच धमकियों की Inside Story
AajTak
संडे की सुबह-सुबह मुंबई के नामचीन पते में से एक गैलेक्सी अपार्टमेंट के अंदर और बाहर जो कुछ हुआ, वो ये सवाल खड़े करती है कि पिछले 14 सालों से जेल में बंद एक गैंगस्टर आखिर जेल या अलग-अलग जेलों के अंदर से ही ये सबकुछ कैसे कर रहा है?
पांच धमकियों के बाद ये दूसरा मौका था, जब हमलावर बॉलीवुड के सुपरस्टार सलमान खान के घर तक जा पहुंचे. लेकिन ऐसा पहली बार हुआ है कि बंदूक की गोली सीधे गैलेक्सी अपार्टमेंट के अंदर पहुंची. रविवार की सुबह जिन दो लोगों ने सलमान के घर के बाहर गोलियां चलाईं थीं. उनमें से पहले एक की शिनाख्त की गई. और फिर फायरिंग करने वाले दोनों आरोपियों को मुंबई क्राइम ब्रांच ने गुजरात के भुज से गिरफ्तार कर लिया है. अब उन दोनों को किसी भी वक्त मुंबई लाया जा सकता है.
दोनों शूटर गिरफ्तार मुंबई पुलिस के मुताबिक, दोनों आरोपी बिहार के पश्चिमी चंपारण के रहने वाले बताए जा रहे हैं. दोनों आरोपियों की शिनाख्त सागर पाल और विक्की साहब गुप्ता के तौर पर हुई है. शुरूआती पूछताछ में पता चला है कि सागर पाल ही वो शूटर है, जिसने सलमान के घर पर फायरिंग की थी. चलिए आपको बताते हैं इस शूटआउट की पूरी कहानी.
सुपर स्टार को मिल रही धमकियां सलमान खान एक ऐसा सितारा हैं, जिनके चाहने वाले उनके जुगनू हैं. जितनी ज्यादा जुगनुओं की रौशनी उतना चमकता सितारा. अब भला सितारे से उसके जुगनू या जुगनुओं से उसके सितारे को कैसे दूर किया जा सकता है? लेकिन बॉलीवुड के दबंग हीरो और भाई जान को जिस तरह पिछले छह सालों से लगातार धमकियां मिल रही हैं, हमलावर उनके घर की बालकोनी के पर्दे तक में गोलियों से सुराख़ कर रहे हैं, उसे देखते हुए आने वाले वक्त में इस सितारे और जुगनू के बीच दूरी बना दी जाए, तो कोई हैरानी नहीं.
पांच धमकियों की सिलसिलेवार कहानी संडे की सुबह-सुबह मुंबई के नामचीन पते में से एक गैलेक्सी अपार्टमेंट के अंदर और बाहर जो कुछ हुआ, वो ये सवाल खड़े करती है कि पिछले 14 सालों से जेल में बंद एक गैंगस्टर आखिर जेल या अलग-अलग जेलों के अंदर से ही ये सबकुछ कैसे कर रहा है? संडे सुबह गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर और अंदर जो कुछ हुआ, जिस तरह हुआ उसकी इनसाइड स्टोरी आपको बताऊं, उससे पहले ये जानना जरूरी है कि पिछले छह सालों में सलमान खान को जो पांच धमकियां मिली और एक बार छोटे हथियार के चक्कर में एक हमलावर गैलेक्सी से खाली हाथ लौट आया, उन सब मामलों का क्या हुआ, इनमें से कितने पकड़े गए, कितनों के खिलाफ कार्रवाई हुई, कितनों की जांच पूरी हुई?
सलमान खान को पहली धमकी, साल 2018, जोधपुर कोर्ट यही वो साल था जब सलमान खान को पहली बार जान से मारने की धमकी मिली थी. गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने जोधपुर कोर्ट में पेशी के दौरान पहली बार कहा था कि हम लोग सलमान को जोधपुर में ही मारेंगे.
दूसरी धमकी, साल 2019, मुंबई लॉरेंस बिश्नोई के खास शूटर संपत नेहरा ने कायदे से पहली बार सलमान को मारने की कोशिश की थी. तब वो बाकायदा मुंबई में सलमान के घर गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर तक पहुंच गया था. लेकिन तब उसके पास जो हथियार था, उसकी रेंज कम थी. इसीलिए उसने हमले का प्लान टाल दिया. और दूर तक मार करने वाले हथियार की तलाश में हरियाणा पहुंच गया. लेकिन इससे पहले कि उसे हथियार मिलता, वो पुलिस के हत्थे चढ़ गया.
अभिषेक मनु सिंघवी ने सुप्रीम कोर्ट में अपनी दलील में कहा कि ईडी जिन दस्तावेजों की बात कर रही है उनसे अरविंद केजरीवाल का कोई लेना देना नहीं है. जब सीबीआई ने ECIR दाखिल की थी, उसके बाद से पिछले 18 महीनों में कभी गिरफ्तारी नहीं हुई. सुप्रीम कोर्ट ने पूछा- क्या केजरीवाल का नाम सीबीआई मामले में है? इस पर सिंघवी ने कहा नहीं है.
मुंबई की लाइफ लाइन कही जाने वाली लोकल ट्रेन सीएसएमटी पर ट्रैक से उतर गई जिस वजह से रेल सेवा ठप्प हो गई. ट्रेन के पटरी से उतरने के बाद हार्बर लाइन पर ट्रेनों के परिचालन को रोकना पड़ा, रेल अधिकारी जल्द ही समस्या को ठीक कर लेने का दावा कर रहे हैं. अभी यह पता नहीं चल पाया है कि ट्रेन की बोगी पटरी से क्यों उतरी.
लोकसभा चुनाव के बीच मध्य प्रदेश की इंदौर सीट पर खेला हो गया. इंदौर में कांग्रेस के प्रत्याशी अक्षय कांति ने अपना नामांकन वापस ले लिया है. इसके बाद कांग्रेस के प्रत्याशी बीजेपी में जाकर शामिल हो गए हैं. इस बीच इंदौर शहर के कांग्रेस कमेटी के कार्यवाहक अध्यक्ष देवेंदर सिंह यादव का गुस्सा फूट गया. देखें उन्होंने क्या कुछ कहा.
मामला इस आरोप से शुरू हुआ कि अन्नामलाई ने 2022 की दिवाली से दो दिन पहले एक यूट्यूब चैनल के साथ एक इंटरव्यू में कहा था कि हिंदू संस्कृति के खिलाफ त्योहार के दौरान पटाखे फोड़ने को सुप्रीम कोर्ट में कानूनी चुनौती देने के पीछे एक ईसाई एनजीओ का हाथ था. अन्नामलाई ने मद्रास हाईकोर्ट के आदेश को चुनौती देते हुए शीर्ष अदालत का रुख किया था, जिसने मामले में उन्हें जारी किए गए समन को रद्द करने से इनकार कर दिया था.