
'एअर इंडिया के बोइंग-787 विमानों में कई खराबी, उड़ान रोकें', पायलटों के संगठन की 3 मांग
AajTak
भारतीय पायलट संघ ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय को पत्र लिखकर सभी बोइंग-787 विमानों की उड़ान रोकने और उनकी इलेक्ट्रिकल सिस्टम की गहन जांच की मांग की है. FIP ने पत्र में सरकार का ध्यान 12 जून को अहमदाबाद में हुए एअर इंडिया विमान हादसे की ओर भी दिलाया.
भारतीय पायलट संघ (Federation of Indian Pilots) ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय को पत्र लिखकर मांग की है कि हाल के महीनों में तकनीकी खराबियों के कारण प्रभावित हो रही फ्लाइट्स को देखते हुए सभी बोइंग-787 विमानों को उड़ान से रोक दिया जाए. पायलट संघ ने 787 इंजनों वाली उड़ानों के सुरक्षित और सुचारू संचालन के लिए सरकार के सामने तीन मांगें रखी हैं.
FIP ने इस कदम के पीछे कारण बताते हुए कहा कि एअर इंडिया के विमानों में लगातार आ रही खराबियों और रखरखाव संबंधी दिक्कतों के चलते DGCA ने हाल ही में एक विशेष ऑडिट शुरू किया है.
ये पत्र FIP द्वारा नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) को भेजे गए पत्र के कुछ दिनों बाद लिखा गया है, जिसमें संगठन ने विमानन सुरक्षा नियामक से भारत में संचालित सभी बोइंग-787 विमानों की विद्युत प्रणालियों की विस्तृत जांच और निरीक्षण करने की मांग की थी.
बता दें कि 4 अक्टूबर को अमृतसर से बर्मिंघम जा रही एअर इंडिया की बोइंग ड्रीमलाइनर 787-8 उड़ान को ब्रिटेन में रोकना पड़ा था, क्योंकि लैंडिंग के वक्त उसका आपातकालीन टर्बाइन — राम एयर टर्बाइन (RAT) अचानक सक्रिय हो गया था. यह घटना फ्लाइट नंबर-AI117 में हुई, जो बर्मिंघम पहुंचने ही वाली थी.
इसके कुछ दिनों बाद 9 अक्टूबर को ऑस्ट्रिया के वियना से नई दिल्ली आ रही एअर इंडिया की एक और फ्लाइट को संभावित तकनीकी खराबी के चलते दुबई की ओर डायवर्ट करना पड़ा. जांच के बाद फ्लाइट ने दुबई एयरपोर्ट से सुबह 8:45 बजे (भारतीय समयानुसार) दोबारा उड़ान भरी और नई दिल्ली पहुंची.
सरकार को भेजे गए पत्र में FIP ने इन दोनों घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि इनमें गंभीर तकनीकी समस्याएं सामने आईं. ऑटोपायलट सिस्टम अचानक फेल हो गया, जिससे कई तकनीकी गड़बड़ियां हुईं. विमान की कई सिस्टम- जैसे ऑटोपायलट, ILS (इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम), फ़्लाइट डायरेक्टर्स (FDs) और फ़्लाइट कंट्रोल सिस्टम प्रभावित हो गए, जिसके कारण विमान में ऑटोलैंडिंग की क्षमता भी नहीं रही.

आखिरकार बीजेपी को लंबी तलाश के बाद नया कार्यकारी अध्यक्ष मिल ही गया. बिहार के मंत्री नितिन नबीन को बीजेपी का राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है. नितिन नबीन बिहार में इस वक्त सड़क निर्माण मंत्री हैं. नितिन नबीन पटना के बांकीपुर से बीजेपी विधायक हैं और उन्हें बिहार का युवा चेहरा माना जाता है. वो भारतीय युवा जनता मोर्चा के महासचिव भी रह चुके हैं.

नितिन नबीन को भारतीय जनता पार्टी का राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है. वे बिहार सरकार में मंत्री हैं और संगठन में अपनी मजबूत पकड़ के लिए जाने जाते हैं. नितिन नबीन ने पिछले कई वर्षों से युवा राजनीति और संगठनात्मक कार्यों में सक्रिय योगदान दिया है. छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में उनकी रणनीति और नेतृत्व ने बीजेपी को बड़ी जीत दिलाई थी.

कांग्रेस पार्टी दिल्ली के रामलीला मैदान में वोट चोरी के आरोपों को लेकर महत्वपूर्ण विरोध प्रदर्शन कर रही है. पार्टी ने चुनाव प्रक्रिया में गड़बड़ियों की बात कही है और बताया कि सरकार तथा चुनाव आयोग की मिलीभगत से लोकतंत्र कमजोर हो रहा है. इस रैली का उद्देश्य जनता को इस मुद्दे पर जागरूक करना और दबाव बनाना है ताकि चुनाव में पारदर्शिता सुनिश्चित हो सके.










