
इस बार सीजफायर नहीं करा पाए ट्रंप? पुतिन से फोन पर बात के बाद बोले- लगता है युद्ध नहीं रोकने वाले...
AajTak
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा,
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति पुतिन से फोन पर बातचीत हुई. इसका जिक्र करते हुए ट्रंप ने कहा, "रूस-यूक्रेन युद्ध में संभावित सीजफायर की दिशा में कोई प्रगति नहीं हुई." जब ट्रंप से पुतिन के साथ हुई बातचीत के बारे में पूछा गया तो उन्होंने संवाददाताओं से कहा, "नहीं, मेरे साथ बातचीत में उन्होंने बात आगे नहीं बढ़ाई."
ट्रंप ने कहा, "हमने बातचीत की, यह काफी लंबी बातचीत थी. हमने ईरान सहित कई मुद्दों पर चर्चा की और जैसा कि आप जानते हैं, हमने यूक्रेन के साथ जंग के बारे में भी बात की. मैं रूस-यूक्रेन के बीच जंग नहीं खत्म होने को लेकर खुश नहीं हूं."
काफी दिनों से चल रही है सीजफायर की कोशिश
अमेरिकी मीडिया के मुताबिक, पुतिन के सहयोगी यूरी उशाकोव ने कॉल के बारे में बताया, "दोनों नेताओं ने 'खुलकर और ठोस' बातचीत की और ट्रंप ने यूक्रेन के साथ रूस के युद्ध में तत्काल सीजफायर की संभावना जताई, लेकिन पुतिन इससे सहमत नहीं हुए. पुतिन ने कहा कि रूस संघर्ष में 'अपने घोषित उद्देश्यों को आगे बढ़ाएगा' और बातचीत के जरिए संघर्ष के राजनीतिक समाधान की तलाश जारी रखेगा."
ट्रंप के द्वारा किए गए सोशल मीडिया पोस्ट के मुताबिक, पुतिन और ट्रंप के बीच आखिरी पब्लिक कॉल पिछले महीने हुई थी, जिसमें इजरायल-ईरान संघर्ष पर चर्चा हुई थी. उन्होंने मई में यूक्रेन-रूस युद्ध के बारे में भी बात की थी.
रूस और यूक्रेन के नेताओं ने मई में इस्तांबुल में सीधी बातचीत की, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला.

बंगाल में बाबरी-स्टाइल मस्जिद की नींव रखने का कार्यक्रम आज... RAF-BSF तैनात, 3 लाख लोग जुटने का दावा
टीएमसी से निलंबित विधायक हुमायूं कबीर ने दावा किया है कि शनिवार को मोरादीघी के पास 25 बीघा क्षेत्र में करीब 3 लाख लोगों की भीड़ जुटेगी. पुलिस, RAF और BSF की तैनाती के बीच प्रशासन ने इलाके को हाई सिक्योरिटी जोन घोषित कर दिया है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति को रूसी भाषा में भगवद गीता का एक विशेष संस्करण भेंट किया है. इससे पहले, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति को भी गीता का संस्करण दिया जा चुका है. यह भेंट भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को साझा करने का प्रतीक है, जो विश्व के नेताओं के बीच मित्रता और सम्मान को दर्शाता है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को कई अनोखे और खास तोहफे भेंट किए हैं. इनमें असम की प्रसिद्ध ब्लैक टी, सुंदर सिल्वर का टी सेट, सिल्वर होर्स, मार्बल से बना चेस सेट, कश्मीरी केसर और श्रीमद्भगवदगीता की रूसी भाषा में एक प्रति शामिल है. इन विशेष तोहफों के जरिए भारत और रूस के बीच गहरे संबंधों को दर्शाया गया है.

चीनी सरकारी मीडिया ने शुक्रवार को राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के उन बयानों को प्रमुखता दी, जिनमें उन्होंने भारत और चीन को रूस का सबसे करीबी दोस्त बताया है. पुतिन ने कहा कि रूस को दोनों देशों के आपसी रिश्तों में दखल देने का कोई अधिकार नहीं. चीन ने पुतिन की भारत यात्रा पर अब तक आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है, लेकिन वह नतीजों पर नजर रखे हुए है.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सम्मान में राष्ट्रपति भवन में शुक्रवार रात डिनर का आयोजन किया गया. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस डिनर में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को निमंत्रण नहीं दिया गया. इसके बावजूद कांग्रेस के सांसद शशि थरूर को बुलाया गया.








