
आखिर क्या है ममता बनर्जी के 'इस्तीफा देने को तैयार' वाले बयान के पीछे की वजह? 13 साल में पहली बार दिखीं इतनी बेबस
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प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गतिरोध के लिए हाथ जोड़कर बंगाल के लोगों से माफ़ी मांगी और डॉक्टरों से काम पर लौटने का अनुरोध किया. उन्होंने कहा कि हमने डॉक्टरों के साथ बैठक के लिए 2 घंटे तक इंतजार किया. इस दौरान उन्होंने “लोगों की खातिर” इस्तीफे की पेशकश तक कर दी.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का गुरुवार को एक अलग ही रूप देखने को मिला, जब उन्होंने “लोगों की खातिर” इस्तीफे की पेशकश कर दी. उन्होंने कहा कि वह भी आरजी कर अस्पताल की उस डॉक्टर के लिये न्याय चाहती हैं जिसकी हत्या कर दी गई.
बनर्जी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा, 'मैं बंगाल के लोगों से माफी मांगती हूं, जिन्हें उम्मीद थी कि आज आरजी कर गतिरोध खत्म हो जाएगा. वे (जूनियर डॉक्टर) नबान्न आए, लेकिन बैठक में शामिल नहीं हुए. मैं उनसे काम पर वापस जाने का अनुरोध करती हूं. मैं लोगों की खातिर इस्तीफा देने के लिए तैयार हूं, क्योंकि पिछले तीन दिनों में मेरे सर्वोत्तम इरादों और प्रयासों के बावजूद, चिकित्सकों ने बातचीत करने से इनकार कर दिया.'
ममता का अलग अंदाज पश्चिम बंगाल ने कल ममता बनर्जी का एक अलग ही चेहरा और अंदाज़ देखा. अपने तेज तर्रार अंदाज के लिए जानी जाने वाली ममता बनर्जी कल बेहद नरम भावुक और हाथ जोड़े दिखाई दीं. ये अंदाज, ये चेहरा और ये बॉडी लैंग्वेज पिछले 13 सालों में कभी नहीं दिखाई दी.
एक बात पक्की है कि ममता बनर्जी पर आरजी कर अस्पताल की घटना के बाद चल रहे आंदोलन का व्यापक असर पड़ा है.ममता बनर्जी पिछले 13 सालों में इतने दबाव में कभी नहीं दिखीं. पहली बार राजनीतिक पार्टियों के अलावा जूनियर डॉक्टर्स और स्वतःस्फूर्त लोगों का हुजूम सड़कों पर दिखाई दे रहा है.
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पार्टी में मतभेद

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