
अमेरिका से भारत लाया जाएगा अनमोल बिश्नोई, बाबा सिद्दिकी के बेटे जीशान सिद्दीकी ने सुरक्षा को लेकर जताई चिंता
AajTak
दिवंगत नेता बाबा सिद्दीकी के बेटे जीशान सिद्दीकी ने बताया कि उन्होंने पिता की हत्या और आरोपी अनमोल बिश्नोई की गतिविधियों के बारे में अमेरिकी अधिकारियों को लगातार सूचित किया. अमेरिका ने बिश्नोई को देश से बाहर निकाल दिया है. जीशान ने केंद्र सरकार से अपील की है कि बिश्नोई को तुरंत गिरफ्तार किया जाए. उन्होंने महाराष्ट्र के नेताओं अजित पवार और देवेंद्र फडणवीस से सुरक्षा समीक्षा की भी मांग की.
दिवंगत एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी के बेटे जीशान सिद्दीकी ने हाल ही में एक बड़ी जानकारी साझा की है. उन्होंने बताया कि उन्होंने अपने पिता की हत्या और इसके संदिग्ध आरोपी अनमोल बिश्नोई की गतिविधियों के बारे में अमेरिकी अधिकारियों को लगातार ईमेल के जरिए सूचित किया था. जीशान सिद्दीकी ने कई पत्र लिखकर अमेरिकी अधिकारियों से यह जानने की कोशिश की थी कि उनके पिता की हत्या में शामिल संभावित लोग कहां हैं और उनकी वर्तमान स्थिति क्या है.
देश से बाहर निकालने की मिली थी सूचना जीशान को हाल ही में अमेरिका से सूचना मिली कि अनमोल बिश्नोई को अमेरिकी फेडरल स्टेट ऑफ़ गवर्नमेंट ने देश से बाहर निकाल दिया है. यह खबर मिलने के बाद जीशान ने चिंता जताई है कि क्या बिश्नोई अब भारत लौटने की कोशिश करेगा. उनका मानना है कि अनमोल बिश्नोई समाज और आम लोगों के लिए एक गंभीर खतरा है.
इस घटनाक्रम के बाद जीशान ने केंद्र सरकार से अपील की है कि अनमोल बिश्नोई को तुरंत गिरफ्तार करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं और इसकी प्रक्रिया को जल्द पूरा किया जाए. उन्होंने कहा कि बिश्नोई की गतिविधियों और उसकी वापसी को लेकर समय रहते सतर्क रहना बहुत जरूरी है.
अजित पवार और देवेंद्र फडणवीस से किया था आग्रह सुरक्षा को लेकर अपनी चिंता व्यक्त करते हुए जीशान ने महाराष्ट्र के वरिष्ठ नेताओं अजित पवार और देवेंद्र फडणवीस से भी इस मामले का रिव्यू करने का आग्रह किया. उनका कहना है कि परिवार और उनके करीबी लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करना अत्यंत जरूरी है.
अनमोल बिश्नोई को लेकर चिंता जीशान सिद्दीकी का यह कदम ऐसे समय में आया है जब अनमोल बिश्नोई की गतिविधियों और उसके कुख्यात रिकॉर्ड को लेकर समाज में चिंता बढ़ी हुई है. उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका में किए गए उनके प्रयास और सूचनाओं के आदान-प्रदान से यह सुनिश्चित करना संभव हुआ कि बिश्नोई के खिलाफ उचित कार्रवाई हो. अब उनकी निगाह केंद्र सरकार पर है कि वह इस मामले में जल्द और प्रभावी कदम उठाए.

आज रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शिखर वार्ता के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत–रूस मित्रता एक ध्रुव तारे की तरह बनी रही है. यानी दोनों देशों का संबंध एक ऐसा अटल सत्य है, जिसकी स्थिति नहीं बदलती. सवाल ये है कि क्या पुतिन का ये भारत दौरा भारत-रूस संबंधों में मील का पत्थर साबित होने जा रहा है? क्या कच्चे तेल जैसे मसलों पर किसी दबाव में नहीं आने का दो टूक संकेत आज मिल गया? देखें हल्ला बोल.

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मंदिर में जमा पैसा देवता की संपत्ति है और इसे आर्थिक संकट से जूझ रहे सहकारी बैंकों को बचाने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. कोर्ट ने केरल हाई कोर्ट के उस आदेश को बरकरार रखा, जिसमें थिरुनेल्ली मंदिर देवस्वोम की फिक्स्ड डिपॉजिट राशि वापस करने के निर्देश दिए गए थे. कोर्ट ने बैंकों की याचिकाएं खारिज कर दीं.

देश की किफायत विमानन कंपनी इंडिगो का ऑपरेशनल संकट जारी है. इंडिगो को पायलट्स के लिए आए नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों को लागू करने में भारी दिक्कत आ रही है. इस बीच आज इंडिगो की 1000 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हो गई है, जिस पर कंपनी के सीईओ का पहला बयान सामने आया है. इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने इंडिगो ऑपरेशनल संकट पर पहली बार बयान देते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों से विमानन कंपनी के कामकाज में दिक्कतें आ रही हैं. कंपनी का कामकाज पांच दिसंबर को सबसे अधिक प्रभावित हुआ है. आज 100 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हुई हैं.

संसद के शीतकालीन सत्र में 8 और 9 दिसंबर 2025 को राष्ट्रगीत वंदे मातरम् पर दोनों सदनों में विशेष चर्चा होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री इस चर्चा को संबोधित करेंगे. चर्चा का उद्देश्य वंदे मातरम् के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान, ऐतिहासिक महत्व और वर्तमान प्रासंगिकता को उजागर करना है.

भारत-रूस बिजनेस फोरम में पीएम मोदी ने कहा कि भारत और रूस के बीच संबंध मजबूत हो रहे हैं और दोनों देशों ने द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण लक्ष्यों को निर्धारित किया है. राष्ट्रपति पुतिन के साथ चर्चा में यह स्पष्ट हुआ कि व्यापार लक्ष्य समय से पहले पूरा किया जाएगा. कई क्षेत्रों जैसे लॉजिस्टिक्स, कनेक्टिविटी, मरीन प्रोडक्ट्स, ऑटोमोबाइल, फार्मा, और टेक्सटाइल में सहयोग को आगे बढ़ाया जा रहा है.

जम्मू-कश्मीर के 711 अग्निवीर आज भारतीय सेना का हिस्सा बन गए हैं. श्रीनगर स्थित जम्मू कश्मीर लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट सेंटर में इन्हें कठोर प्रशिक्षण दिया गया, जिसके बाद ये अग्निवीर देश की सुरक्षा के लिए सीमाओं पर तैनात होंगे. इससे न केवल भारतीय सेना की क्षमता में वृद्धि हुई है, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा भी मजबूत हुई है.







