अमेरिका में आए भयंकर तूफान ने मचाई तबाही, 21 लोगों की मौत, दर्जनों घायल
AajTak
संयुक्त राज्य अमेरिका के दक्षिण और मध्यपश्चिम भागों में विनाशकारी तूफान ने तबाही मचाई. इलिनोइस में मौसम के प्रकोप के दौरान चार और लोगों की मौत हुई है. जिसके साथ तूफान में मरने वालों की संख्या 21 हो गई है. रिपोर्ट के मुताबिक, अलग-अलग जगहों पर 60 से अधिक बवंडर का अलर्ट जारी किया गया है.
अमेरिका के दक्षिण इलाकों में विनाशकारी तूफान ने एक बार फिर तबाही मचाई है. देश के अलग-अलग इलाकों में आए भयंकर तूफान और बवंडर के चलते कम से कम 21 लोगों की मौत हो गई है. वहीं दर्जनों लोग घायल बताए जा रहे हैं. जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. प्रशासन द्वारा प्रभावित इलाकों में राहत-बचाव अभियान चलाया गया है. साथ ही पीड़ित लोगों को सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट किया गया है.
सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, शुक्रवार तड़के संयुक्त राज्य अमेरिका के दक्षिण और मध्यपश्चिम भागों में विनाशकारी तूफान ने तबाही मचाई. इलिनोइस में मौसम के प्रकोप के दौरान चार और लोगों की मौत हुई है. जिसके साथ तूफान में मरने वालों की संख्या 21 हो गई है. रिपोर्ट के मुताबिक, अलग-अलग जगहों पर 60 से अधिक बवंडर का अलर्ट जारी किया गया है.
न्यूज एजेंसी के मुताबिक अमेरिकी राज्य के अधिकारियों ने बताया कि "बड़ा और विनाशकारी बवंडर" शुक्रवार दोपहर अरकांसस में लिटिल रॉक व अन्य जगहों पर आया. जिसमें कई घर तबाह हो गए और इसके चलते कई लोगों की मौत हो गई, साथ ही कई घायल हुए हैं. जिन्हें इलाज के लिए अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. अर्कांसस डिपार्टमेंट ऑफ इमरजेंसी मैनेजमेंट की एक प्रवक्ता लाट्रेशा वुड्रूफ ने बताया कि क्रॉस काउंटी में लिटिल रॉक के पूर्वोत्तर में चार लोग मारे गए थे. वीन में, तस्वीरों से पता चलता है कि कई इमारतों को व्यापक क्षति हुई है.
बता दें कि कुछ दिनों पहले अमेरिका के दक्षिण-पूर्वी राज्य मिसिसिपी शहर में भी विनाशकारी बवंडर और तेज तूफान ने जमकर तबाही मचाई थी. जिससे कई मकान गिर गए थे और इसके चलते कम से कम 23 लोगों की मौत हुई थी. जबकि दर्जनों लोग घायल हुए थे. तूफान की रफ्तार 160 किमी प्रति घंटे से अधिक बताई गई थी. जिसमें कम से कम चार लोग लापता भी हुए थे.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की खास बातचीत में आतंकवाद विषय पर महत्वपूर्ण विचार साझा किए गए. इस बातचीत में पुतिन ने साफ कहा कि आतंकवादियों का समर्थन नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा कि यदि आजादी के लिए लड़ना है तो वह कानून के दायरे में होना चाहिए. पुतिन ने ये भी बताया कि आतंकवाद से लड़ाई में रूस भारत के साथ मजबूती से खड़ा है.

जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'पंद्रह साल पहले, 2010 में, हमारी साझेदारी को स्पेशल प्रिविलेज्ड स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप का दर्जा दिया गया था. पिछले ढाई दशकों में राष्ट्रपति पुतिन ने अपने नेतृत्व और विजन से इस रिश्ते को लगातार आगे बढ़ाया है. हर परिस्थिति में उनके नेतृत्व ने हमारे संबंधों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ ग्लोबल सुपर एक्सक्लूसिव बातचीत की. आजतक से बातचीत में राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि मैं आज जो इतना बड़ा नेता बना हूं उसके पीछे मेरा परिवार है. जिस परिवार में मेरा जन्म हुआ जिनके बीच मैं पला-बढ़ा मुझे लगता है कि इन सब ने मिलाकर मुझे वो बनाया है जो आज मैं हूं.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के साथ खास बातचीत में बताया कि भारत-रूस के संबंध मजबूत होने में वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का महत्वपूर्ण योगदान है. पुतिन ने कहा कि वे पीएम मोदी के साथ काम कर रहे हैं और उनके दोस्ताना संबंध हैं. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भारत को प्रधानमंत्री मोदी के साथ काम करने पर गर्व है और वे उम्मीद करते हैं कि मोदी नाराज़ नहीं होंगे.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की एक खास बातचीत की गई है जिसमें उन्होंने रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी की क्षमता और विश्व की सबसे अच्छी एजेंसी के बारे में अपने विचार साझा किए हैं. पुतिन ने कहा कि रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी अच्छा काम कर रही है और उन्होंने विश्व की अन्य प्रमुख एजेंसियों की तुलना में अपनी एजेंसी की क्षमता पर गर्व जताया.

भारत आने से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक की मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप और इंडिया टुडे की फॉरेन अफेयर्स एडिटर गीता मोहन के साथ एक विशेष बातचीत की. इस बातचीत में पुतिन ने वैश्विक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय दी, खासतौर पर रूस-यूक्रेन युद्ध पर. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस युद्ध का दो ही समाधान हो सकते हैं— या तो रूस युद्ध के जरिए रिपब्लिक को आजाद कर दे या यूक्रेन अपने सैनिकों को वापस बुला ले. पुतिन के ये विचार पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यह युद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गहरी चिंता का विषय बना हुआ है.







