
अमेरिका ने बंद कर दी सैन्य सहायता... क्या अब अकेले यूरोप के भरोसे लड़ाई जारी रख पाएगा यूक्रेन?
AajTak
अमेरिका यूक्रेन को सैन्य सहायता देने वाला सबसे बड़ा देश रहा है. 31 दिसंबर 2024 तक अमेरिका ने यूक्रेन को कुल 67.2 अरब डॉलर की सैन्य मदद दी थी. यह सहायता मिसाइलें, वायु रक्षा प्रणाली, तोपें, बुलेट, रेडियो, इंफैंट्री वाहन और अन्य उपकरणों के रूप में आई.
यूक्रेन को लेकर अमेरिका की सैन्य सहायता पर रोक लगा दी गई है. इसका प्रमुख कारण अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमिर जेलेंस्की के बीच हालिया विवाद बताया जा रहा है. अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या वॉशिंगटन की गैरमौजूदगी में यूरोपीय सहयोगी यूक्रेन की मदद करने में सक्षम होंगे? इस सवाल का जवाब तलाशने से पहले यह समझना जरूरी है कि अब तक अमेरिका ने यूक्रेन को कितना और क्या-क्या समर्थन दिया है.
यूक्रेन को अमेरिका और यूरोप से कितनी सहायता मिली?
एक जर्मन थिंक टैंक के अनुसार, अमेरिका ने अब तक यूक्रेन को 123 अरब डॉलर की सहायता प्रदान की है, जबकि यूरोपीय देशों ने मिलकर कुल 142 अरब डॉलर की सहायता दी है.
यूरोप में सबसे बड़ा दानदाता:
जर्मनी: लगभग 30 अरब डॉलर
ब्रिटेन: 15.5 अरब डॉलर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 और 21 दिसंबर को पश्चिम बंगाल और असम के दौरे पर रहेंगे. वह बंगाल में 3,200 करोड़ रुपये की राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगे. असम में गुवाहाटी एयरपोर्ट के नए टर्मिनल का उद्घाटन करेंगे और नामरूप में 10,600 करोड़ रुपये के फर्टिलाइजर प्रोजेक्ट का भूमिपूजन करेंगे.

'YouTube–गूगल पेश करें राहुल गांधी के वीडियो रिकॉर्ड', वीर सावरकर मानहानि केस में पुणे कोर्ट का आदेश
वीर सावरकर की मानहानि मामले में पुणे की मजिस्ट्रेट अदालत ने यूट्यूब और गूगल को राहुल गांधी से जुड़े वीडियो के रिकॉर्ड पेश करने का आदेश दिया है. अदालत ने कहा कि ये इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य जांच और ट्रायल के लिए जरूरी हैं.

देश के उर्वरक मंत्री संसद में एलान करते हैं कि खाद की कोई कमी नहीं है. देश के तमाम राज्य दावा कर रहे हैं कि खाद की किल्लत नहीं है. लेकिन उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्यप्रदेश में देश के अन्नदाता सरकारी खाद के लिए तरस रहे हैं. घंटों-घंटों कतारों में खड़े हैं, कई-कई दिन गुजर जाने के बाद भी किसानों को खाद नहीं मिल रही. सवाल यही है खाद के भंडार भरे हुए हैं तो किसानों तक खाद क्यों नहीं पहुंच रही? देखें 10 तक.

ओला और ऊबर जैसी प्राइवेट कैब कंपनियों को चुनौती देने के लिए बाजार में एक नया एप आधारित कैब प्रोवाइडर 'भारत टैक्सी' आया है जो देश का पहला राष्ट्रीय सहकारी राइड हैडलिंग प्लेटफॉर्म है. भारत टैक्सी को खासकर इस वजह से लाया गया है ताकि ओला-ऊबर जैसी बड़ी कंपनियों की मनमानी और बाजार में बढ़ते दबाव को रोका जा सके.

बांग्लादेश में पिछले साल उठी चिंगारी अब ज्वालामुखी में बदल चुकी है, जिसमें अल्पसंख्यक हिंदुओं की हत्याओं से लेकर भारत विरोधी भावनाओं तक सब शामिल है. बांग्लादेश में हिंसक भीड़ ने एक हिंदू मजदूर की पीट-पीट कर हत्या कर दी, और पुलिस-सेना के सामने नाच-नाच कर जश्न मनाया. दूसरी तरफ, वहां अज्ञात लोगों ने छात्र नेता उस्मान हादी की हत्या कर दी. जिसके बाद बांग्लादेश में हिंसा, आगजनी और बवाल फिर से शुरू हो गया. देखें ब्लैक एंड व्हाइट.

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा के हस्ताक्षर न होने का मुद्दा उठाया जिससे सदन में भरोसे और नेतृत्व को लेकर सवाल खड़े हो गए. सीएम ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के भीतर भरोसे की कमी है. कांग्रेस ने आपत्ति जताई, लेकिन सीएम चर्चा के लिए तैयार हैं. इस विवाद के बीच सियासी पारा गरमाया और सदन में बहस का माहौल बना.

मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद जैसे माफिया का नाम लेकर योगी आदित्यनाथ लगातार अखिलेश यादव को घेरते रहे. अब अखिलेश यादव कोडीन कफ सिरप की नशे के लिए अवैध तस्करी के आरोप में पकड़े गए अमित सिंह टाटा, आलोक सिंह और फरार मास्टरमाइंड शुभम जायसवाल संग बाहुबली नेता धनंजय सिंह की तस्वीर का जिक्र करके योगी सरकार को घेरने में लगातार जुटे हैं. देखें ख़बरदार.






