अमरावती: खास वर्ग में आतंक पैदा करने के लिए उमेश कोल्हे की हत्या हुई, NIA ने एफआईआर में किया दावा
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अमरावती में 54 साल के केमिस्ट उमेश प्रहलादराव कोल्हे की 21 जून को हत्या कर दी गई थी. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने इस मामले में एनआईए को जांच का आदेश दिया है. उनकी हत्या के मामले में अब तक सात लोगों को पकड़ा जा चुका है.
अमरावती में उमेश प्रहलादराव कोल्हे की हत्या के मामले में दर्ज एनआईए की एफआईआर में दावा किया गया है कि भारत में एक खास वर्ग के लोगों को आतंकित करने के इरादे से यह हत्या की गई है. एनआईए ने गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) की धारा 16, 18 और 20 और आईपीसी की धारा 34, 153 (ए), 153 (बी), 120 (बी) और 302 के तहत मामला दर्ज किया है.
एफआईआर में मुदस्सिर अहमद, शाहरुख पठान, अब्दुल तौफीक, शोएब खान, आतिब राशिद, युसूफ खान, शाहिम अहमद और इरफान खान समेत अन्य को आरोपी बनाया गया है. एनआईए ने यह भी स्पष्ट किया है कि उमेश के पास से कुछ भी चोरी नहीं हुआ है.
हमले में उमेश के दिमाग की नसें तक डैमेज हो गई थीं
अमरावती के केमिस्ट उमेश कोल्हे की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में सामने आया है कि चाकू के हमले की वजह से उमेश की दिमाग की नस तक डैमेज हो गई थी. चाकू के वार से उसकी सांस लेने वाली नली, खाना खाने वाली नली और आखं के नसों को भी नुकसान पहुंचा था. पीएम रिपोर्ट के मुताबिक उमेश के गले पर जो जख्म मिला था, वह पांच इंच चौड़ा, सात इंच लंबा और पांच इंच गहरा था.
हत्याकांड में अबतक सात लोग हो चुके हैं गिरफ्तार
हत्या की वारदात 21 जून को रात 10 से 10.30 बजे के बीच उस वक्त हुई थी, जब उमेश अपनी दुकान बंद करके बाइक से घर लौट रहे थे. इस दौरान उमेश का बेटा संकेत और पत्नी वैष्णवी दूसरी बाइक से उनके साथ जा रहे थे.
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