
अफगानिस्तान के नए शिक्षा मंत्री का ‘ज्ञान’- PhD या मास्टर डिग्री की वैल्यू नहीं, हम भी उसके बिना यहां पहुंचे
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तालिबान ने अपनी अंतरिम सरकार का ऐलान कर दिया है. मुल्ला मुहम्मद हसन अखुंद को अफगानिस्तान का प्रधानमंत्री बनाया गया है. नई सरकार ने आते ही अपनी नीतियों का ऐलान करना शुरू कर दिया है. नए शिक्षा मंत्री का कहना है कि आज के वक्त में PHD या किसी दूसरी मास्टर डिग्री की वैल्यू नहीं है.
अफगानिस्तान में तालिबान ने अपनी अंतरिम सरकार का ऐलान कर दिया है. मुल्ला मुहम्मद हसन अखुंद को अफगानिस्तान का प्रधानमंत्री बनाया गया है. नई सरकार ने आते ही अपनी नीतियों का ऐलान करना शुरू कर दिया है. नए शिक्षा मंत्री का कहना है कि आज के वक्त में PHD या किसी दूसरी मास्टर डिग्री की वैल्यू नहीं है. अफगानिस्तान के शिक्षा मंत्री शेख मौलवी नूरल्लाह मुनीर ने कहा है कि आज मुल्ला और तालिबान सरकार में है, किसी के पास कोई डिग्री नहीं है लेकिन फिर भी महान हैं. ऐसे में आज के वक्त में किसी तरह की पीएचडी या मास्टर डिग्री की ज़रूरत नहीं है. बता दें कि तालिबान ने सत्ता में आते ही कई बदलाव करने शुरू कर दिए हैं, खासकर शिक्षा के क्षेत्र में किए गए हैं. कॉलेज में लड़के-लड़कियों के बीच में पर्दा डाल दिया गया है, कई जगहों पर लड़कियों को सिर्फ बुजुर्ग या महिलाएं ही पढ़ा रहे हैं. हालांकि, तालिबान ने अपनी सरकार का ऐलान करते हुए लोगों को भरोसा दिलाया है कि देश में इस्लामिक और शरिया कानून के तहत शिक्षा को बढ़ावा दिया जाएगा, आधुनिक शिक्षा को भी बल दिया जाएगा. तालिबान ने देश के स्कॉलर्स से किसी भी तरह ना घबराने को कहा है. तालिबान ने किया अपनी सरकार का ऐलान अमेरिकी सेना की वापसी के बाद तालिबान ने 15 अगस्त को अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया था. लेकिन अब जाकर उसने अपनी सरकार का ऐलान किया है. तालिबान की नई सरकार में मुल्ला मुहम्मद हसन अखुंद नए प्रधानमंत्री हैं, जबकि मुल्ला अब्दुल गनी, मौलवी अब्दुल सलाम हनफी उप-प्रधानमंत्री बने हैं. तालिबान ने मौलवी मोहम्मद याकूब को रक्षा मंत्री, मुल्ला सिराज उद दीन हक्कानी को आंतरिक मामलों का मंत्री, मौलवी अमीर खान मुतक्की को विदेश मंत्री बनाया है. खास बात ये भी है कि तालिबान की कैबिनेट में कई ऐसे नाम हैं, जो संयुक्त राष्ट्र द्वारा जारी आतंकियों की लिस्ट में हैं और कुछ पर अमेरिका द्वारा ईनाम रखा गया है.
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