Youtube से सीखा नकली नोट बनाना, ऐसे पकड़ा गया आठवीं पास 'डिजिटल नटवरलाल'
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Ghaziabad News: गाजियाबाद पुलिस ने एक ऐसे आरोपी को गिरफ्तार किया है जो नकली नोट छापता था. वह लोगों से कम पैसों में असली नोट लेकर नकली नोट की सप्लाई करता था. पुलिस ने आरोपी के पास से 94 हजार रुपये के नकली नोट बरामद किए हैं.
गाजियाबाद पुलिस ने एक ऐसे आरोपी को गिरफ्तार किया है. जो नकली नोट छापकर मार्केट में चला रहा था. पुलिस का कहना है कि आरोपी ने यूट्यूब से देखकर नकली नोट छापने सीखा. आरोपी एक लाख रुपये के नकली नोट 35 हजार रुपये में बेचने की कोशिश कर रहा था. तभी पुलिस ने उसे दबोच लिया. आरोपी आठवीं क्लास तक पढ़ा है.
गाजियाबाद के साहिबाबाद थाना पुलिस ने खुशी मोहम्मद नाम के इस शख्स को नकली नोट बनाने के जुर्म में गिरफ्तार किया. खुशी मोहम्मद ने नकली नोट बनाने कि ट्रिक 1 माह में यूट्यूब से सीखी थी. आरोपी ने पुलिस को बताया कि वो A 4 साइज की शीट पर नकली नोट छापता था. लोगों को कम दाम में रुपये देने का लालच देकर सौदा करता था.
पुलिस ने आरोपी के पास से 94 हजार रुपये के नकली नोट बरामद किए हैं. जिनमें 500, 200 और 100 रुपये के नोट हैं. इसके साथ-साथ नकली नोट छापने वाले कलर प्रिंटर और प्लेन पेपर शीट भी बरामद की है. पुलिस उसे गिरफ्तार कर जेल भेजने की तैयारी कर रही है.
वहीं इस मामले पर एसपी सिटी ज्ञानेन्द्र कुमार ने बताया कि अपराध और अपराधियों के खिलाफ चलाए गए अभियान के तहत सीओ साहिबाबाद की टीम के द्वारा एक ऐसे अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया है, जो नकली नोट छापकर चलाता था, जो लोगों को कम पैसे में असली नोट लेकर नकली नोट सप्लाई करता था. मुखबिर की सूचना पर अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया है.
हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.