'Yamuna का पानी Haryana से आता है', देखें प्रदूषण से हो रही किरकिरी पर क्या बोले Kejriwal के मंत्री
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दिल्ली में यमुना के प्रदूषण को लेकर नेताओं को रात में नींद नहीं आ रही है. दिन का चैन लुट गया है, सोते जागते बस यमुना की फिक्र है. छठ पूजा आते ही बीजेपी और AAP ने यमुना किनारे डेरा डाल दिया है. बीजेपी का सवाल है कि क्या दिल्ली में यमुना को साफ रखना केजरीवाल की जिम्मेदारी नहीं तो AAP इस बात पर घेर रही है कि हरिय़ाणा से गंदगी छोड़ने के वो जिम्मेदार नहीं और कुछ इलाके यूपी में आते हैं. यमुना के प्रदूषण पर जब केजरीवाल के मंत्री गोपाल राय से जवाब मांगा गया तो उन्होंने हरियाणा के माथे दोष मढ़ दिया. यमुना पर दिल्ली में सियासत की गंगा बह रही है लेकिन हालात नहीं बदल रहे हैं. देखिए.
1 जून यानी कल चुनाव का आखिरी दौर है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर ध्यानमग्न हैं. 2019 में फाइनल राउंड से पहले प्रधानमंत्री ने केदारनाथ में 17 घंटे तक साधना की थी. इस बार पीएम 45 घंटे तक ध्यान में हैं. पीएम विवेकानंद रॉक मेमोरियल के ध्यान मंडपम में कल शाम से ध्यान पर हैं, जो कल शाम 6 बजकर 45 मिनट तक चलेगा. पीएम की साधना तस्वीरें आ गई हैं. विवेकानंद मेमोरियल रॉक के ध्यान मंडपम में पीएम ध्यान में हैं. इसके अलावा वो सूर्य नमस्कार करते हुए भी नजर आ रहे हैं.
कई इलाकों में लोगों को पानी के टैंकरों के पीछे बाल्टी और पाइप लेकर दौड़ते देखा जा सकता है. पानी का टैंकर देखते ही लोग उस पर झपट पड़ते हैं जिसके कई वीडियो सामने आए हैं. लोग लंबी-लंबी लाइनों में लगे हुए हैं. संकट इतना बड़ा है कि गुरुवार को दिल्ली सरकार को इमरजेंसी बैठक बुलानी पड़ी. इसके अलावा पानी की बर्बादी पर जुर्माना लगाया ही जा चुका है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कन्याकुमारी में ध्यान कर रहे हैं. ठीक 131 साल पहले उसी जगह एक और नरेंद्र ने ध्यान लगाया था और वहां ध्यान करने के बाद वो शिकागो (अमेरिका) में विश्व धर्म संसद में भाषण देने के लिए पहुंचे थे. बाद में आगे चलकर दुनिया ने उन्हें स्वामी विवेकानंद के नाम से जाना. कन्याकुमारी में उनके ध्यान ने हिंदू धर्म की रूपरेखा बदल दी थी.