Xplained: अगर पंजाब विधानसभा चुनाव में उतरे किसान नेता तो किस पार्टी को होगा फायदा और किसका नुकसान
ABP News
Farmers Protest: अब किसान खुद ही चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी में हैं. कुलवंत सिंह संधू उन किसान नेताओं में शामिल हैं जो घर वापसी की जल्दी में हैं क्योंकि लौटकर उन्हें राजनीति में उतरना है.
Punjab Assembly Election 2022: केंद्र सरकार ने उन तीनों कृषि कानूनों को वापस ले लिया है, जिसके विरोध में किसान सालभर से दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलनरत है. अब पंजाब के कुछ किसान नेता धरना प्रदर्शन खत्म कर चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं. किसान नेता कुलवंत सिंह संधू ने बीजेपी को हराने और किसानों की सारी मांगे पूरी करने के लिए चुनाव लड़ने की बात कही है. लेकिन सवाल ये है कि किसान नेताओं का चुनाव में उतरना किसको फायदा पहुंचाएगा?
किसान संगठनों के चुनावी मैदान में उतरने से मुकाबला दिलचस्प हो जाएगा. 117 विधानसभा सीट वाले पंजाब में फिलहाल चरणजीत सिंह चन्नी के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार है. चन्नी के सामने सबसे चुनौती अपनी गड्डी बचाने की है. पंजाब में कांग्रेस को कड़ी टक्कर आम आदमी पार्टी दे रही है. वहीं अकाली दल अपनी मुख्यमंत्री की कुर्सी वापस लेने की हर कोशिश कर रही है. खास बात ये है कि इन तीनों दलों ने किसानों के मुद्दे को जोर-शोर उठा रखा है. उधर कांग्रेस से अलग हुए कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपना अलग मोर्चा बना लिया है. अमरिंदर के लिए भी किसान मुद्दा अहम है.