
Xiaomi Redmi Note 15 Pro सीरीज लॉन्च, 50MP कैमरा के साथ मिलती है 7000mAh की बैटरी
AajTak
Xiaomi की Redmi Note 15 Pro सीरीज लॉन्च हो गई है. कंपनी ने इस सीरीज में दो स्मार्टफोन- Note 15 Pro और Note 15 Pro+ को लॉन्च किया है. दोनों ही हैंडसेट शानदार कैमरा और दमदार बैटरी के साथ आते हैं. इनमें 7000mAh की बैटरी, फास्ट चार्जिंग, रिवर्स चार्जिंग और पावरफुल प्रोसेसर मिलता है. आइए जानते हैं इनकी डिटेल्स.
Xiaomi ने अपने लेटेस्ट स्मार्टफोन्स को लॉन्च कर दिया है. कंपनी ने Redmi Note 15 Pro+ और Redmi Note 15 Pro को चीन में पेश किया है, जो दमदार फीचर्स के साथ आते हैं. नए लाइनअप में आपको 7000mAh की बड़ी बैटरी मिलती है, जो 90W की वायर्ड चार्जिंग सपोर्ट करती है.
इसमें आपको रिवर्स चार्जिंग का भी सपोर्ट मिलता है. Note 15 Pro+ क्वालकॉम के लेटेस्ट प्रोसेसर Snapdragon 7s Gen 4 पर काम करता है. वहीं Note 15 Pro वर्जन में MediaTek Dimensity 7400 Ultra प्रोसेसर मिलता है. दोनों ही फोन्स IP68 रेटिंग के साथ आते हैं.
Redmi Note 15 Pro+ को कंपनी ने 1899 युआन (लगभग 23 हजार रुपये) की शुरुआती कीमत पर लॉन्च किया है. ये कीमत फोन के 12GB RAM + 256GB स्टोरेज वेरिएंट की है. वहीं फोन का 12GB RAM + 512GB स्टोरेज वेरिएंट 2099 युआन (लगभग 25 हजार रुपये) और 16GB RAM + 512GB स्टोरेज वेरिएंट 2299 युआन (लगभग 28 हजार रुपये) में आता है.
यह भी पढ़ें: Redmi 15 5G भारत में लॉन्च, 7000mAh की बैटरी और 50MP कैमरा, इतने रुपये है कीमत
Note 15 Pro की बात करें, तो इसकी कीमत 1399 युआन (लगभग 17 हजार रुपये) से शुरू होती है. इस फोन को चार कलर ऑप्शन और तीन कॉन्फिग्रेशन में खरीद सकते हैं. भारत में इन फोन्स की लॉन्च डेट के बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं है.
Redmi Note 15 Pro+ में Hyper OS 2 मिलता है, जो Android 15 पर बेस्ड है. इसमें 6.83-inch का कर्व्ड डिस्प्ले दिया गया है, जो 120Hz रिफ्रेश रेट सपोर्ट के साथ आता है. स्क्रीन की प्रोटेक्शन के लिए Xiaomi Dragon Crystal Glass मिलता है.

Polar Loop price in India: भारतीय बाजार में Polar ने अपना स्क्रीनलेस फिटनेस ट्रैकर लॉन्च कर दिया है. ये डिवाइस Whoop Band जैसे फीचर्स के साथ आता है. जहां Whoop Band के लिए यूजर्स को हर साल सब्सक्रिप्शन खरीदना होता है. वहीं Polar Loop के साथ ऐसा कुछ नहीं है. इस बैंड को यूज करने के लिए किसी सब्सक्रिप्शन की जरूरत नहीं होगी.

इंडिगो एयरलाइन की उड़ानों पर मंडराता संकट शनिवार, 6 दिसंबर को भी खत्म नहीं हुआ और हालात लगातार पांचवें दिन बिगड़े रहे. देश के कई हिस्सों में बड़ी संख्या में फ्लाइट्स रद्द करनी पड़ीं. बीते चार दिनों से जारी इस गड़बड़ी का सबसे बड़ा असर शुक्रवार को दिखा, जब 1,000 से ज्यादा उड़ानें रद्द हुईं, जबकि गुरुवार को करीब 550 फ्लाइट्स कैंसिल करनी पड़ी थीं.

भारत और यूरोप के वर्क कल्चर में फर्क को जर्मनी में काम कर रहे भारतीय इंजीनियर कौस्तव बनर्जी ने 'जमीन-आसमान का अंतर] बताया है. उनके मुताबिक, भारत में काम का मतलब अक्सर सिर्फ लगातार दबाव, लंबे घंटे और बिना रुके डिलीवरी से जुड़ा होता है, जबकि जर्मनी और यूरोप में काम के साथ-साथ इंसान की जिंदगी को भी बराबर अहमियत दी जाती है.

देश की सबसे बड़ी एयरलाइन IndiGo का संचालन शनिवार को भी पटरी पर नहीं लौट सका. संकट अब पांचवें दिन में पहुंच गया है और दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु व चेन्नई एयरपोर्ट पर यात्री रातभर अपने उड़ानों का इंतजार करते नजर आए. पिछले चार दिनों में एयरलाइन को 2,000 से अधिक उड़ानें रद्द करनी पड़ी हैं, जिससे करीब तीन लाख से ज्यादा यात्रियों की यात्रा योजनाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं.









