
War Diaries: 'हर तरफ रॉकेट फट रहे थे और हम...' वॉर जोन से लौटे आज तक के पत्रकारों ने बताई ग्राउंड रियलिटी
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वॉर जोन यानी हिज्बुल्ला के गढ़ लेबनान और इजरायल से लौटे आज तक के दो पत्रकारों ने अपने अनुभव साझा किये. उन्होंने बाताया कि किन परिस्थितियों में उन्होंने वहां पर रिपोर्टिंग की और आखिर वहां के हालात कैसे थे.
मिडिल ईस्ट इस समय जंग का नया केंद्र बना हुआ है. एक तरफ इजरायल की हिज्बुल्ला और हमास से जंग जारी है तो वहीं बीच-बीच में उसे ईरान की तरफ से भी हमले झेलने पड़ रहे हैं. इस बीच आज तक ने अपने उन दो पत्रकारों गौरव सावंत और आशुतोष मिश्रा से ग्राउंड रियलिटी के बारे में बात की, जो हाल ही में लेबनान और इजरायल के वॉर जोन से रिपोर्टिंग करके लौटे हैं.
गौरव सावंत ने बताया,'रिपोर्टिंग के वक्त हमने बुलेट प्रूफ जैकेट पहन रखी थी और लगातार हो रहे हमलों के बीच ग्राउंड पर जाकर वहां के हालात बयां कर रहे थे. हमारे आसपास कई रॉकेट फट रहे थे. इस बीच हमें कई बार शेल्टर के अंदर भी जाना पड़ा.
हमास के हमले के दौरान भी गये थे इजरायल
इजरायल में पिछले साल 7 अक्टूबर को हुए हमास के आतंकी हमले के बारे में बात करते हुए गौरव सावंत ने कहा कि पिछले साल जब इजरायल पर हमास ने हमला किया था तो मैं और आशुतोष पहले दो पत्रकार थे, जो इजरायल की धरती पर पहुंचे थे. जब हम अश्कलोन शहर में रिपोर्टिंग के लिये पहुंचे तो उस समय हमास के आतंकी भी वहां थे और फायरिंग कर रहे थे.
एक रात पहले तक घरवालों को नहीं था पता
वहीं, आशुतोष मिश्रा ने अपना अनुभव शेयर करते हुए कहा कि मेरे लेबनान के लिये घर से निकलने से एक रात पहले तक मेरे घरवालों को नहीं पता था कि मैं वॉर की कवरेज के लिये जा रहा हूं. मैंने वीजा मिलने तक परिवार के लोगों को कुछ नहीं बताया था.

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