Vande Bharat Trial Run: अब इस राज्य को मिलेगी वंदे भारत ट्रेन की सौगात, देखें ट्रायल रन का वीडियो
AajTak
Indian Railways: देश में एक के बाद एक अलग-अलग राज्यों को वंदे भारत ट्रेन का तोहफा मिल रहा है. देश में अबतक 14 वंदे भारत ट्रेनें दौड़ रही हैं. अब एक और राज्य को वंदे भारत का तोहफा मिलने जा रहा है. आइए जानते हैं डिटेल्स.
New Vande Bharat Train: भारतीय रेलवे लगातार देशभर में वंदे भारत ट्रेन के नेटवर्क को बढ़ाने का काम कर रहा है. एक के बाद एक कई राज्यों को वंदे भारत की सौगात मिल रही है. इसी कड़ी अब केरल को पहली वंदे भारत ट्रेन मिलने जा रही है. केरल को इसी महीने पहली वंदे भारत ट्रेन मिल सकती है. केरल में वंदे भारत का ट्रायल रन आज (सोमवार) यानी 17 अप्रैल की सुबह किया गया.
तिरुवनंतपुरम से सुबह 5:30 बजे वंदे भारत ट्रेन को एर्नाकुलम उत्तर रेलवे स्टेशन के लिए रवाना किया गया. बता दें, केरल को मिलने वाली ये वंदे भारत तिरुवनंतपुरम से कासरगोड तक 530 किलोमीटर की दूरी को कवर करेगी. इस रूट पर वंदे भारत ट्रेन करीब 11 स्टेशनों पर रुकेगी. वहीं, इस पूरी योजना के लिए 64,000 रुपये खर्च किए जा रहे हैं.
#WATCH | Trial run of Vande Bharat train, first for Kerala is underway. The trail run started from Thiruvananthapuram at 5.10 am and reached Ernakulam North Railway Station. pic.twitter.com/VZiJXLEizE
बता दें, देश में अबतक 14 वंदे भारत ट्रेनें पटरियों पर दौड़ रही हैं. वंदे भारत एक्सप्रेस भारत में एक हाई स्पीड ट्रेन है. यह देश की पहली सेमी हाई स्पीड ट्रेन है, जिसकी अधिकतम स्पीड 160 किलोमीटर/घंटा है. यह ट्रेन पूरी तरह भारत में डिजाइन और मैन्युफैक्चर की गई है, जिसमें 80% उत्पादों को स्वदेशी बनाया गया था. ये ट्रेनें अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस हैं. इनमें जीपीएस आधारित सूचना सिस्टम, सीसीटीवी कैमरे, वैक्यूम आधारित बायो टॉयलेट, ऑटोमैटिक स्लाइडिंग डोर और हर कोच में चार आपातकालीन पुश बटन हैं.
जनवरी 2019 से हुई शुरुआत के बाद केंद्र सरकार का टारगेट यह है कि 2027 तक 478 वंदे भारत ट्रेनें बन कर तैयार हो जाएं. मौजूदा समय में 200 स्लीपर वंदे भारत ट्रेनों को बनाने का काम किया जा रहा है. इसके लिए ICF चेन्नई में जोर शोर से काम चल रहा है. वर्तमान में जो वंदे भारत ट्रेनें चल रही हैं उनमें सिर्फ चेयरकार ही हैं जिन्हें कि 180 डिग्री तक घुमाया जा सकता है.
नायडू पहली बार 1995 में मुख्यमंत्री बने और उसके बाद दो और कार्यकाल पूरे किए. मुख्यमंत्री के रूप में उनके पहले दो कार्यकाल संयुक्त आंध्र प्रदेश के नेतृत्व में थे, जो 1995 में शुरू हुए और 2004 में समाप्त हुए. तीसरा कार्यकाल राज्य के विभाजन के बाद आया. 2014 में नायडू विभाजित आंध्र प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री के रूप में उभरे और 2019 तक इस पद पर रहे. वे 2019 का चुनाव हार गए और 2024 तक विपक्ष के नेता बने रहे.
जम्मू-कश्मीर के रियासी में हुए आतंकी हमले में 10 लोगों की जान गई. इस हमले के पीछे पाकिस्तान का हाथ है. इन पाकिस्तानी आतंकवादियों की पहचान तक हो चुकी है. उनके नाम अब्बू, हमजा और फौजी. इनके चेहरे कैमरे पर कैद हुए हैं. ये वो सबूत हैं, जो चीख-चीखकर कह रहे हैं कि रियासी के हमले में पाकिस्तान का ही हाथ था.