
UP Election: क्या है जाटलैंड की सियासत और चौधरी चरण सिंह की विरासत का तिलिस्म?
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UP Election में सबसे ज्यादा चर्चा इस बार जाटलैंड (Jat Land) यानी पश्चिमी यूपी के सियासी समीकरणों और चौधरी चरण सिंह की सियासी विरासत की हो रही है. आखिर इसका गणित क्या है और दशकों बाद भी सभी दलों को इसी फॉर्मूले से उम्मीद क्यों है? समझिए जाटलैंड की सियासत का ऐतिहासिक बैकग्राउंड, जमीनी हकीकत और इस वोटबैंक का समीकरण.
UP Election: पश्चिमी यूपी में एक मशहूर कहावत है- जिसके जाट, उसी के ठाठ...आज जब यूपी में सत्ता का सबसे बड़ा संग्राम छिड़ा हुआ है तो ऐसे में सभी दलों की जोर आजमाइश भी चरम पर है. यूपी चुनाव में सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है पश्चिमी यूपी यानी जाटलैंड की सियासत को लेकर जहां पहले ही चरण में वोटिंग होनी है. 2013 के मुजफ्फरनगर दंगों के बाद ये इलाका एकतरफा बीजेपी के पाले में चला गया था लेकिन हाल में हुए किसान आंदोलन ने इस इलाके के वोटों के गणित को इतना बदल दिया है कि सभी दल पहले की तरह यहां अपने लिए संभावनाएं तलाशने लगे हैं.

राष्ट्रपति पुतिन ने राजघाट पहुंचकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी. इस दौरान उनकी गरिमामय उपस्थिति के साथ राष्ट्रपति भवन में उनका औपचारिक स्वागत किया गया और उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर प्रदान किया गया. यह मुलाकात दो देशों के बीच रिश्तों की मजबूती को दर्शाने वाली थी. पुतिन ने महात्मा गांधी के आदर्शों का सम्मान करते हुए भारत की संस्कृति और इतिहास को सराहा. इस अवसर पर राजघाट की शांतिपूर्ण और पावन वायु ने सभी को प्रेरित किया.

पानीपत कांड में आरोपी पूनम के पति नवीन ने कहा कि बच्चों को जैसे पानी में तड़पाकर मारा गया, वैसे ही उसकी पत्नी को भी कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए. उसने किसी भी तांत्रिक कनेक्शन से इनकार किया. वहीं, पूनम की मां सुनीता देवी ने कहा कि बेटी शादी से पहले बिल्कुल सामान्य थी और कभी किसी बच्चे को नुकसान नहीं पहुंचाया. उन्होंने स्वीकारा कि यदि उसने यह अपराध किया है तो उसे उसकी सजा जरूर मिलनी चाहिए.

माधव राव ने कुछ स्वयंसेवकों को मुस्लिम पहचान देकर विभाजित पंजाब के शहरों में मुस्लिम लीग के प्रभाव वाले क्षेत्रों में तैनात कर दिया. ये लोग बताते थे कि कैसे पूरी तैयारी के साथ मुस्लिम लीग के लोग हिंदू बाहुल्य इलाकों की रिपोर्ट तैयार करते हैं, और फिर हमला करते थे. RSS के 100 सालों के सफर की 100 कहानियों की कड़ी में आज पेश है उसी घटना का वर्णन.

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शिवसेना UBT सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा है कि मंत्री राम मोहन नायडू को इंडिगो संकट को लेकर संसद में स्पष्ट जानकारी देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि नागरिक उड्डयन मंत्रालय को इंडिगो पर उचित कार्रवाई करनी चाहिए क्योंकि इंडिगो ने यात्रियों को काफी परेशानी में डाला है. प्रियंका चतुर्वेदी ने यह भी कहा कि इंडिगो के पास नियमों में हुए बदलावों की पूरी जानकारी थी, लेकिन इसके बावजूद यात्रियों को असुविधा हुई.








