UP: हाथों में मेहंदी लगाए दुल्हन कर रही थी बारात आने का इंतजार, दूल्हे के पिता ने कर डाली ये डिमांड
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देवबंद में दूल्हे के परिवार वालों ने शादी से कुछ घंटे पहले बारात लाने से इनकार कर दिया और दहेज में 10 लाख रुपये और स्विफ्ट कार की डिमांड कर डाली. पीड़ित पक्ष की तहरीर पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
उत्तर प्रदेश के देवबंद में एक दुल्हन हाथों में मेहंदी और श्रृंगार कर बड़े अरमानों के साथ अपनी बारात आने का इंतजार कर रही थी. दुल्हन के पिता ने बारात के स्वागत के लिए पूरी तैयारियां कर ली थीं. घर में खुशियों का माहौल था रिश्तेदारों का आना शुरू हो चुका था. लेकिन ऐन वक्त पर दूल्हे के पिता ने बारात लाने से इनकार कर दिया. पूरे परिवार में मातम पसर गया और दुल्हन के सारे सपने बिखर गए.
यह मामला देवबंद सर्किल के थाना नागल के गांव ताशीपुर का है. दुल्हन के पिता शमशाद ने बेटी की सगाई एक साल पहले गांव पांडुली निवासी हाफिज इनाम के बेटे सादिक से की थी. 15 मई को दहेज का सामान भी लड़के वाले ले गए थे और बाइक भी लड़के को उसकी पसंद की दिलाई थी, 21 मई को बारात आनी थी. दुल्हन के पिता ने खराब मौसम को देखते हुए दूल्हे के पिता को बारात जल्दी लाने के लिए फोन किया. इस पर दूल्हे के पिता ने कहा कि उनका बेटा घर से भाग गया है. दहेज में 10 लाख रुपये और स्विफ्ट कार दो तभी शादी होगी.
यह सुनकर दुल्हन के पिता के होश उड़ गए. इस दौरान दोनों के बीच काफी बातचीत हुई. शमशाद ने दूल्हे के पिता को कहा शादी कि पूरी तैयारी हो चुकी है. सब लोग बारात आने का इंतजार कर रहे हैं. 10 लाख रुपये उन्होंने खर्च भी हो चुके हैं. लेकिन दूल्हे का पिता नहीं माना और बारात नहीं आई. दुल्हन के फूफा जमीर का कहना है कि दहेज का सारा सामान उठा लिया था. लेकिन बारात लेकर नहीं आए और 10 लाख रुपये एवं कार की डिमांड कर डाली.
वहीं, इस मामले पर सीओ देवबंद दुर्गा प्रसाद तिवारी ने बताया, ''शिकायतकर्ता का कहना है कि उसकी बेटी की शादी थी और तय तारीख पर बारात नहीं आई, जिसके चलते उसकी बेटी की शादी नहीं हो सकी. मामले की जांच शुरू कर दी है. नियम अनुसार तथ्यों के आधार पर सुनिश्चित धाराओं पर कार्रवाई की जाएगी.''
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