Umesh Kolhe Murder Case: जिस युसूफ को बहन की शादी में की थी मदद, उसी ने करवाई उमेश कोल्हे की हत्या!
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अमरावती में केमिस्ट उमेश कोल्हे की हत्याकांड में पुलिस अब तक 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है. वहीं इस हत्याकांड का मुख्य साजिशकर्ता कोई और नहीं बल्कि उमेश का 16 साल पुराना दोस्त यूसुफ खान ही था. इतना ही नहीं, यह भी बात सामने आई है कि उमेश ने यूसुफ की बहन की शादी कराने में मदद भी की थी. लेकिन व्हाट्सऐप पर एक पोस्ट शेयर करने को लेकर यूसुफ ने 16 साल पुरानी दोस्ती को भुलाकर इस वारदात को अंजाम देने की साजिश रच डाली. देखें 16 साल पुराने दोस्त से दगा की पूरी कहानी.
माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की मौत हो गई है. उसे बांदा जेल में हार्टअटैक आया था. मुख्तार को 2005 में पहली बार जेल हुई और तब से वो बाहर नहीं आ सका. हालांकि, पंजाब से लेकर यूपी के कई जिलों की जेलों में उसका ठिकाना बदलता रहा. मुख्तार के खिलाफ बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय की हत्या के बाद गैंगस्टर के तहत भी एक्शन लिया गया. इस केस में मुख्तार को 10 साल की सजा और 5 लाख रुपये का जुर्माना लगाया था.
बॉम्बे हाईकोर्ट ने एक बलात्कार के मामले में सुनवाई करते हुए आरोपी को जमानत दे दी है. अदालत ने कहा कि कोई भी व्यक्ति इस बात पर विश्वास नहीं करेगा कि भीड़भाड़ वाले जुहू चौपाटी पर ईद-अल-फितर के दिन व्यक्ति पीड़िता से बलात्कार करेगा. साथ ही अदालत ने रिपोर्ट देखने के बाद कहा कि कथित अपराध के वक्त महिला बालिग थी तो मामले में पॉक्सो एक्ट लगाने का मतलब ही नहीं बनता.
फिल्म एक्टर गोविंदा का सियासी डेब्यू साल 2004 में हुआ था. तब वो कांग्रेस से जीतकर संसद पहुंचे थे. गोविंदा ने उत्तरी मुंबई सीट से चुनाव जीता था. 2004 के लोकसभा चुनाव में गोविंदा ने बीजेपी के कई बार के सांसद और कद्दावर नेता राम नाईक को हराया था. हालांकि, बाद में गोविंदा ने राजनीति छोड़ दी थी. उसके बाद उन पर दाऊद से कनेक्शन तक के आरोप भी लगे थे.
मुख्तार अंसारी की मौत के बाद कृष्णानंद राय के बेटे पीयूष राय ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की. उन्होंने कहा कि उन्हें मीडिया के माध्यम से ही इस बात का पता चला. पीयूष राय ने गोरखनाथ भगवान का धन्यवाद किया और कहा कि उनका आशीर्वाद हम पर है. उन्होंने यह भी कहा कि जो जैसा करता है, उसे यहीं पर इसी भूखंड में मिलता है. यह बात उन्होंने मुख्तार अंसारी की मौत के संदर्भ में कही. बीजेपी के नेता कृष्णानंद राय की हत्या में अंसारी का नाम सामने आया था, जिसके बाद बीजेपी ने बड़ी लड़ाई लड़ी थी.