
UK: ब्रिटिश भगोड़े को मिली भारत प्रत्यर्पित किये जाने से राहत, जानिए क्यों
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हाई कोर्ट (High Court) के जस्टिस ने अपना फैसला सुनाते हुए कहा, 'भारत सरकार (Indian Government) द्वारा दिया गया आश्वासन आरोपी इवोर फ्लेचर को खतरे को कम नहीं करता है और वो भारतीय जेल में भेजे जाने पर आत्महत्या कर सकता है.'
लंदन: भारत में 10 साल की सजा काटने के लिए वांछित एक ब्रिटिश भगोड़ा नागरिक को बड़ी राहत मिली है. आरोपी देश के हाई कोर्ट में की गई अपील में अपने पक्ष में फैसला पाने में कामयाब रहा. मंगलवार को उसके लिए आई खुशखबरी आई जब उसने भारत प्रत्यर्पित किये जाने के खिलाफ लगाई अपनी अपील में जीत मिली. आरोपी को एक स्थानीय अदालत ने अप्रैल 2002 यानी करीब 19 साल पहले 10 किलो ग्राम भांग रखने को लेकर दोषी ठहराया था. जस्टिस मार्टिन चैम्बरलीन ने फैसला सुनाते हुए कहा कि अब उसे भारत प्रत्यर्पित करना उचित नहीं होगा क्योंकि वहां उसके सुसाइड करने का खतरा है. जज ने अपना फैसला सुनाते हुए कहा, 'भारत सरकार (Indian Government) द्वारा दिया गया आश्वासन आरोपी इवोर फ्लेचर को खतरे को कम नहीं करता है और वो भारतीय जेल में भेजे जाने पर आत्महत्या कर सकता है. इसलिए उसे भारत नहीं भेजा जा सकता है.'More Related News
