Russia-Ukraine War: दोनों पक्षों की तरफ से क्यों लड़ रहे खूंखार चेचेन लड़ाके?
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बूचा के खूनी तांडव ने दुनिया को फिर से चेचेन लड़ाकों की दरिंदगी से रूबरू करवा दिया है. इस हैवानियत के चश्मदीदों बताया है कि बूचा में नरसंहार को अंजाम देने वाले दरिंदे चेचेन लड़ाके ही थे. चेचेन लड़ाकों के खूंखार स्वभाव को देखते हुए इनकी यूक्रेन में एंट्री के बाद से ही इस तरह के नरसंहार की आशंका जताई जा रही थी. चेचेन लड़ाकों ने आते ही मनमानी शुरू कर दी और दुनिया को बूचा का नरसंहार देखना पड़ा. पिछले हफ्ते की ही बात है जब यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की के एक प्रस्ताव को खारिज करते हुए रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेनी दूत को धमकाते हुए कहा था - जाओ उनसे कह दो मैं उन्हें बर्बाद कर दूंगा. तो क्या बूचा की बर्बादी उसी धमकी का नतीजा है?
यूरोपियन संसद के चुनावों में धुर दक्षिणपंथी दलों ने उम्मीद से कहीं शानदार प्रदर्शन किया. यहां तक कि यूरोपियन पार्लियामेंट में खुद को हारता देख फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने अपनी संसद ही भंग कर दी. कुल मिलाकर, ईयू का ये इलेक्शन बड़े उलटफेर लेकर आएगा. समझिए, यूरोपियन पार्लियामेंट अपने सदस्य देशों की संसद से कैसे अलग है.