PFI की RSS से तुलना करने पर पटना SSP को मिला नोटिस, 48 घंटे में देना होगा जवाब
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PFI की RSS से तुलना करने वाले पटना के एसएसपी को पुलिस मुख्यालय ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है. उन्होंने आतंकी मॉड्यूल का खुलासा करते हुए दोनों संगठनों की तुलना कर दी थी.
पटना के एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो ने RSS की PFI से तुलना कर दी थी, जिसके बाद भड़की बीजेपी ने उन्हें पद से हटाने की मांग की. दूसरी ओर आरजेडी और HAM ने एसएसपी के बयान का समर्थन भी कर दिया. अब एडीजी पुलिस मुख्यालय ने पटना एसएसपी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. एडीजी पुलिस मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार ने पटना के एसएसपी से पूछा है कि आखिर उन्होंने ऐसा बयान क्यों दिया है. इसको लेकर 48 घंटे के अंदर जवाब देने के लिए कहा है.
एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो ने पटना में PFI की तुलना आरएसएस से कर दी थी. एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो ने कहा था कि जैसे आरएसएस की शाखा होती है और स्वयंसेवकों को ट्रेनिंग की दी जाती है. ठीक उसी प्रकार पीएफआई भी अपने लोगों को शारीरिक प्रशिक्षण और मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग देती है. उनके इस बयान से बीजेपी भड़क गई और उन्हें पद से हटाने की मांग कर डाली. वहीं आरजेडी और HAM एसएसपी के समर्थन में उतर गई हैं.
SSP के बयान पर भड़की बीजेपी
RSS की PFI से तुलना करने पर बीजेपी प्रवक्ता अरविंद कुमार सिंह ने कहा कि पटना के SSP, PFI के प्रवक्ता की तरह बोल रहे हैं. उन्हें SSP के पद से हटा देना चाहिए. वहीं बीजेपी के फायर ब्रांड नेता और विधायक हरीश भूषण ठाकुर ने कहा कि एसएसपी का बयान उनके मानसिक दिवालियापन को दिखाता है और उन्हें तुरंत अपने बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए नहीं तो सरकार को उन्हें बर्खास्त कर देना चाहिए.
SSP के समर्थन में RJD और HAM
आरजेडी ने पटना एसएसपी के बयान का समर्थन किया है. आरजेडी पटना की ओर से ट्वीट किया गया, "पटना के वरीय पुलिस अधीक्षक ने संघ की मोडस ऑपेरंडी के बारे में बिल्कुल सही कहा कि ये लोग शारीरिक प्रशिक्षण के नाम पर अपना प्रोपेगैंडा और घृणा फैलाते हैं! और किसी क्षेत्र में पांव जमने पर दंगे, मॉब लिंचिंग और अन्य सामाजिक सौहार्द विरोधी गतिविधियों को अंजाम देते हैं!"
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