Panchayat Aajtak: क्या भारत के इतिहास में अयोध्या को नहीं मिला सही स्थान? क्या कहते हैं पूर्व IPS किशोर कुनाल
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पंचायत आजतक के 'अयोध्या कल आज और कल' सेशन में शामिल हुए पूर्व आईपीएस किशोर कुनाल ने कहा कि इस देश में जितनी रामकथाएं बनी हैं, वो सभी वाल्मीकि रामायण से मिश्रित हुई हैं. आदिपुरुष मनु ने इस नगरी का निर्माण किया है, इसमें किसी को संशय नहीं होना चाहिए. वाल्मीकि नारायण में इसका पूर्ण विवरण दिया गया है. वहीं, अयोध्या राजघराने से जुड़े यतिंद्र मिश्रा ने कहा कि अगर हम वाल्मीकि रामायण में जिस तरह का वर्णन है, उस तरह से अयोध्या की एक वैश्विक पहचान है. इसमें अयोध्या को सत्या और रामचंद्र को सत्य कहा गया है. यतिंद्र मिश्रा ने आगे कहा अगर आपको उदार का चरित्र देखना है तो श्रीराम हैं, अगर बंधुत्व देखना है तो भरत है, बंधुसखा देखना है तो हनुमान है. राम के समय कैसी थी अयोध्या, इस सवाल पर किशोर कुनाल ने कहा कि उस समय विशाल अट्टालिकाएं थीं. सब विद्वान थे, कोई अनपढ़ नहीं था. इसका सारा वर्णन वाल्मीकि ने किया है. देखें आगे क्या बोले किशोर कुनाल.
अरुणाचल प्रदेश-गोवा-मिजोरम और केंद्र शासित प्रदेश कैडर के 1987 बैच के आईएएस अधिकारी, कुमार को पिछले साल अप्रैल में मुख्य सचिव के पद पर नियुक्त किया गया था. इससे पहले वह अरुणाचल प्रदेश के सीएस थे. 60 वर्षीय नौकरशाह पिछले साल 30 नवंबर को रिटायर होने वाले थे. तब 6 महीने के लिए उनका कार्यकाल बढ़ा दिया गया था.
नांदेड़ के पेंगांगा नदी के किनारे एक परिवार ओपने रिश्तेदार के साथ मटन पार्टी करने गया था. सभी लोगों ने पार्टी में खाना खाया. इसके बाद करीब 5 से 10 लोग नदी में नहाने चले गए. सभी एक-दूसरे पर पानी फेंककर नदी में नहाने का आनंद ले रहे थे. इसी दौरान एक लड़की डूबने लगी. उसे बचाने गई दो अन्य लड़कियां भी डूब गई.
पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने आखिरकार माना है कारगिल युद्ध पाकिस्तान की गलती का नतीजा था. मसलन, उन्होंने स्वीकार किया कि पाकिस्तान ने 1999 के लाहौर समझौते का उल्लंघन किया था. तब आर्मी चीफ रहे परवेज मुशर्रफ ने गुप्त रूप से अपनी सेना कारगिल में भेजी थी, जिसकी वजह से भारत-पाकिस्तान के बीच बड़े पैमाने पर युद्ध छिड़ गया था.
डीसीपी (महिलाओं के खिलाफ अपराध) वीरेंद्र विज ने बताया कि शिक्षक संजू वर्मा ने लड़की को पहले इंस्टाग्राम पर फॉलो करने के अनुरोध को स्वीकार करने के लिए मजबूर किया. इसके बाद आरोपी शिक्षक ने ऐप पर उसे "अश्लील" मैसेज भेजने शुरू कर दिए. मामले की जानकारी मिलने के बाद पीड़िता के पिता ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी.
राजकोट के टीआरपी गेमजोन में लगी आग से 28 लोगों की जलकर मौत हो गई थी. मृतकों के शव इतनी बुरी तरह से जल गए थे कि उनकी पहचान तक मुश्किल थी. ऐसे में गेमजोन के एक मालिक की जलकर मौत होने का दावा किया गया था. इसके लिए मिले अवशेषों के डीएनए सैंपल का मिलान गेम जोन के मालिकों की मां से किया गया. इसमें से एक सैंपल मैच हुआ है. इससे यह पुष्टि की गई कि मालिक प्रकाश हिरन की भी जलकर मौत हो गई थी.