PAK में ली IED ब्लास्ट की ट्रेनिंग, जगतार सिंह था हैंडलर... इंडिया के डोजियर में निज्जर की करतूतों का कच्चा चिट्ठा!
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हरदीप सिंह निज्जर का जन्म 11 अक्टूबर 1977 को हुआ. उसके पिता पियारा सिंह मूल रूप जालंधर के भारसिंहपुर, जिला के निवासी हैं. निज्जर केटीएफ मॉड्यूल के सदस्य के तौर पर एक्टिव रहा और इसके नेटवर्किंग, ट्रेनिंग, फाइनेंस के लिए सक्रिय भूमिका निभाई. साल 2020 में गृह मंत्रालय UAPA के तहत उसे आतंकी घोषित किया.
कनाडा में निज्जर की हत्या के बाद से भारत और कनाडा के बीच संबंध तल्ख हो गए हैं. कनाडा ने निज्जर की हत्या में भारत के शामिल होने को लेकर अभी तक कोई सबूत पेश नहीं किया है. कनाडा निज्जर को बेकसूर बताने पर तुला हुआ है. निज्जर सरे में मौजूद गुरु नानक गुरुद्वारे का धार्मिक प्रमुख था. हालांकि, भारतीय खुफिया एजेंसियों के डोजियर से उसका काला चिट्ठा खुलकर सामने आता है.
जून 2023 में हुई निज्जर की हत्या बता दें कि कुख्यात अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की 8 जून 2023 की शाम को स्थानीय समयानुसार लगभग 8:25 बजे सरे, बीसी, कनाडा में गुरु नानक सिख गुरुद्वारे के बाहर अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. 10 नवंबर 1977 को जन्मे और मूल रूप से पंजाब के जालंधर के भारसिंहपुर के रहने वाले निज्जर का आतंक संबंधी गतिविधियों में शामिल होने का एक लंबा इतिहास रहा है. सूत्रों का कहना है कि वह स्थानीय खेती और डेयरी से जुड़ा था.
भारत ने साल 2018 में कनाडा को सौंपा था डोजियर बता दें कि कनाडा सरकार को निज्जर पर साल 2018 में भारत ने डोजियर सौंपा था. निज्जर साल 1996 में भारत से कनाडा भाग गया जहां पर वो ड्रग स्मगलिंग, एक्सट्रोरेशन सिंडिकेट में शामिल होकर आतंकी गतिविधियों के लिए पैसे जुटाने लगा था. निज्जर साल 2012 में पाकिस्तान भी गया था जहां वो आतंकी जगतार सिंह तारा के संपर्क में आया. पाकिस्तान में जगतार सिंह की मदद से उसने हथियारों और IED धमाके की ट्रेनिंग ली. निज्जर गुरदीप सिंह का सहयोगी था जो पंजाब में 200 से ज्यादा हत्याओं में शामिल था.
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2020 में घोषित हुआ आतंकी हरदीप सिंह निज्जर का जन्म 11 अक्टूबर 1977 को हुआ. उसके पिता पियारा सिंह मूल रूप जालंधर के भारसिंहपुर, जिला के निवासी हैं. निज्जर केटीएफ मॉड्यूल के सदस्य के तौर पर एक्टिव रहा और इसके नेटवर्किंग, ट्रेनिंग, फाइनेंस के लिए सक्रिय भूमिका निभाई. साल 2020 में गृह मंत्रालय UAPA के तहत उसे आतंकी घोषित किया. निज्जर ने कनाडा में हथियार प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए, जहां उसने लोगों को एके-47, स्नाइपर राइफल और पिस्तौल चलानी सिखाई. निज्जर ने कथित तौर पर राजनीतिक और धार्मिक हस्तियों पर हमलों और उनकी हत्याओं के लिए सुपारी किलर्स को भारत भेजा था.
निज्जर का पाक कनेक्शन वह बीकेआई (बब्बर खालसा इंटरनेशनल) का संचालक था, जो 2013 में जगतार सिंह उर्फ तारा के संगठन का स्वयंभू प्रमुख बनने के बाद केटीएफ में शामिल हो गया था. इसके बाद, उसने केटीएफ को मजबूत करने और पंजाब में आतंकवादी गतिविधियों के आयोजन के लिए 2013 और 14 में तारा और आईएसआई अधिकारियों के साथ कई मीटिंग्स की. इसके लिए वह पाकिस्तान भी गया.
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